पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP Workers) के ऊपर हो रहे हमलों के विरोध में बीजेपी ने देशभर में धरना-प्रदर्शन किया. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल भोपाल और अपने संसदीय क्षेत्र दमोह में धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हिंसा के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सरकार के संरक्षण में व्यापक स्तर पर हिंसा हो रही है. चुनाव जीतते ही टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले शुरू हो गए हैं.
और पढ़ें: बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता के घर लूट और बमबाजी, TMC पर लगा आरोप
प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि इस हिंसा का संकेत ममता बनर्जी ने पहले ही दिया था और कहा था कि चुनाव परिणामों के बाद ये सब अपनी सुरक्षा के लिए भीख मांगेगे. लेकिन उस वक्त किसी ने ध्यान नहीं दिया. बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है महिला कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक बलात्कार हो रहे हैं. पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है.
उन्होंने कहा कि बंगाल में घुसपैठियों से प्यार है और राष्ट्रवादियों का संहार है, यही टीएमसी की सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन्होंने हमले किए वो वर्ग विशेष के लोग थे और ये बहुत ही चिंता का विषय है प्रदेश में कानून व्यवस्था ताक पर रख दी गई है, इसीलिए भारतीय जनता पार्टी इस कोरोना काल में भी देश को जगाने के लिए काम कर रही है.
प्रहलाद सिंह पटेल ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ममता छदम नक्सलवादी है जिसमें नक्सलवादियों से ज्यादा क्रुरता भरी हुई है. वह हिंसा और बंदूक के दम पर राज करने की आदि है. लेकिन वो ये भूल रही है कि अब विधानसभा में प्रतिपक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं और हम किसी कीमत पर ऐसी तानाशाही, गुंडागर्दी, हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव के नतीजों के बाद हो रही हिंसा में कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाए जाने के विरोध में पार्टी ने देशव्यापी धरना के तहत मध्यप्रदेश में भी धरना दिया गया और तृणमूल कांग्रेस को चेतावनी दी गई कि पश्चिम बंगाल में गुंडाराज को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजधानी भोपाल में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुए धरना-प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रदेश सरकार के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल सहित अनेक नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरी मानवीयता एक संकट का सामना कर रही है, पश्चिम बंगाल में मानवता पर प्रहार किए जा रहे हैं।
प्रदेश शासन के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पं. बंगाल में जिस तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा हो रही है, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है, समूची बीजेपी उन कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। पश्चिम बंगाल के वर्तमान हालातों को देखते हुए प्रधानमंत्री से मांग है कि बंगाल को सेना के हवाले किया कर दिया जाए, क्योंकि ये वो लोग हैं जो केवल गोली की भाषा ही समझते हैं।
इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों में भी बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन के तौर पर सांकेतिक धरना दिया। इन धरनों के दौरान कोरोना गाइड लाइन का पालन किया गया। कांग्रेस ने प्रदेश में हर आयोजन पर लगी रोक के बीच बीजेपी के धरना-प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं।
ये भी पढ़ें: गुलाम नबी बोले- पूरब की शेरनी हैं ममता बनर्जी, क्योंकि...
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि कोरोना महामारी में भी बीजेपी सिर्फ राजनीति कर रही है। देश में, प्रदेश में इलाज के अभाव में, बेड, ऑक्सीजन, जीवनरक्षक दवाइयों व इंजेक्शन के अभाव में रोज लोगों की जान जा रही है, सैकड़ों लोग रोज दम तोड़ रहे हैं, मुक्तिधाम- कब्रस्तान शवों से भरे पड़े हुए हैं और इन्हें सिर्फ राजनीति सूझ रही है।
उन्होंने कहा कि हजारों लोग अभी तक मौत के मुंह में समा चुके हैं, लेकिन बीजेपी को उनकी चिंता नहीं, कभी दो आंसू उनके लिए नहीं बहाए, कभी उनके लिए धरने पर नहीं बैठे। पिछले साल दिल्ली में हुई हिंसा में 56 लोग मारे गए, तब तो चुप्पी साधे रहे, पर आज बीजेपी पश्चिम बंगाल में हुई छिटपुट हिंसा पर देशभर में, प्रदेश में धरना दे रही है, कोरोना महामारी में भी विरोध प्रदर्शन का तमाशा किया जा रहा है।