छतरपुर जिले के नारायणपुरा में बोरवेल में गिरे 5 साल के मासूम दीपेन्द्र केा तो प्रशासन ने पूरी मशक्कत कर बचा लिया लेकिन अब उसके पिता और दादा पर एफआईआर दर्ज कर दी गयी है। पुलिस ने दीपेन्द्र के पिता अखिलेश यादव और दादा रमेश यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर लिया है। ओरछा रोड थाने में आईपीसी की धारा 308 के अंतगृत प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। बच्चे के सकुशल निकाले जाने के बाद पुलिस ने यह प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि लापरवाही के कारण किसी की मौत हो सकती है। खेत में खुला बोरवेल छोड़ना साफ तौर पर अपराध है इस कारण यह प्रकरण दर्ज किया गया है। दीपेन्द्र अपने ही खेत में खुले हुये बोर में गिर गया था। दीपेन्द्र के गिरने के बाद पुलिस और प्रशासन के साथ ही एफडीआरएफ, आर्मी और एसडीआरफ की टीमें मौके पर पहुंची। इसके बाद सघन आपरेशन चलाकर उसे बचाया गया।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार केा ही इस बारे में कड़ी चेतावनी दी थी कि जो भी खुला बोरवेल छोड़ेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। मिश्रा ने यह भी कहा है कि बोरवेल खुला छोड़ने वालों से रेस्क्यू आपरेशन के दौरान सरकार के द्वारा किये गये खर्च की वसूली पर भी विचार किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा में राहुल साहू के खुले बोरवेल में गिरने के चंद दिनों बाद ही छतरपुर में इस प्रकार की घटना हुई है। राहत की बात है कि दोनों ही बच्चे सकुशल बाहर निकाले गये। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बच्चे के निकाले जाने के बाद उसके परिजनों से फोन पर बात करके उन्हें बधाई दी थी।
Source : Nitendra Sharma