भोपाल में 19 वर्षीय युवती के साथ हुए गैंगरेप के मामले में डॉक्टरों की रिपोर्ट पर विवाद खड़ा हो गया है। पहले पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में डॉक्टरों ने 'आपसी सहमति से बनाया गया शारीरिक संबंध' करार दिया।
अब विवाद के बाद वरिष्ठ डॉक्टर ने सफाई दी है। गैंगरेप पीड़िता का मेडिकल परीक्षण सुल्तानिया लेडी अस्पताल में किया गया था।
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर करण पीपरे ने कहा, 'नई डॉक्टर के कारण यह गलती हुई है, उसमें सुधार किया गया और संशोधित रिपोर्ट जारी कर दी गई है।'
इस मामले में भोपाल के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आयुक्त अजातशत्रु श्रीवास्तव ने डॉक्टरों की लापरवाही पर रिपोर्ट तलब की है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक नवंबर की रात कोचिंग से लौट रही एक छात्रा के साथ चार लोगों ने गैंगरेप किया था।
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उसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की। साथ ही उसे एक से दूसरे थाने भगाया गया, रिपोर्ट दर्ज कराने में दो दिन लग गए। इस मामले के तूल पकड़ने पर तीन थाना प्रभारी व दो सब इंस्पेक्टरों को निलंबित किया गया।
वहीं एमपी नगर के नगर पुलिस अधीक्षक, भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक (रेलवे) का तबादला किया जा चुका है।
सरकार ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। वहीं विपक्षी दलों ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
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Source : News Nation Bureau