बेटी पढ़ाओ ..बेटी बचाओ के बाद बेटी को सब कुछ सिखाओ ..बेटी को आत्मनिर्भर बनाओ

अब हम आपको मध्य प्रदेश का ऐसा पहला सरकारी स्कूल बताते हैं... जहां छात्राओ को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.... यहां छात्राओं को पढ़ाई के साथ राइफल शूटिंग की ट्रेनिंग भी दी जा रही है ...ये  छात्राएं राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय  प्रतियोगिताओं में भी भाग लेंगी

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Mohit Sharma
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shooting( Photo Credit : फाइल पिक)

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अब हम आपको मध्य प्रदेश का ऐसा पहला सरकारी स्कूल बताते हैं... जहां छात्राओ को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.... यहां छात्राओं को पढ़ाई के साथ राइफल शूटिंग की ट्रेनिंग भी दी जा रही है ...ये  छात्राएं राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय  प्रतियोगिताओं में भी भाग लेंगी. देखिए ये ख़ास रिपोर्ट..यह स्कूल है भोपाल का बरखेड़ी स्थित शासकीय कन्या आवासीय संस्कृत विद्यालय. यहां छात्राओं को स्कूल में  पढ़ाई के साथ-साथ राइफल चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके लिए स्कूल में बकायदा 30 फीट का रेंज भी बनाया गया है. यहां कक्षा छटवी से 12वीं तक की छात्राएं राइफल शूटिंग की ट्रेनिंग ले रही हैं. सुबह से ही कराटे से लेकर व्यायाम सब कुछ शुरू हो जाता है. पढ़ाई के साथ साथ ये ख़ास चीज़ें भी सिखायी जा रही हैं. छात्राओं को प्रशिक्षित ट्रेनर राइफल शूटिंग की ट्रेनिंग दे रहे हैं. जिनके सिखाएं हुए छात्र अब तक अंतरराष्ट्रीय  शूटिंग प्रतियोगिताओं में अपना हुनर दिखा चुके हैं और यहां भी रायफल ट्रेनिंग ले रही छात्राओं में बेहतर निशाना साधने वाली छात्राएं  फ़ौज में भर्ती होने  सहित  राष्ट्रीय  व अंतरराष्ट्रीय राइफल शूटिंग प्रतियोगिताओं में भी  भाग लेंगी. छात्राओं का कहना है की हम आईपीएस बनना चाहते है …किसी ने कहा हम आर्मी में जाना चाहते है. 

छात्राओं को रायफल शूटिंग की ट्रेनिंग दिए जाने  पर महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान की टीचर सविता कहना है कि बालिकाएं पढ़ाई के साथ स्पोर्ट्स गतिविधियों में भी अव्वल रहे... यह ट्रेनिंग  पुलिस या फौज में भर्ती होने वाली छात्राओं के लिए भी लाभाकरी होगी... कि छात्राएं आत्मनिर्भर बन रही है, साथ ही यह छात्राएं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भाग ले सकेंगी. मैं ख़ुद सुबह 5:30 बजे से यहाँ मौजूद रहती हूँ. सब कुछ सिखाती हूँ.

एक वक्त था जब लड़कियों को कमजोर माना जाता था. लेकिन अब लड़कियां पढ़ाई के लिए हाथ में पेन के साथ  रायफल भी थाम  रही है.  और  बदलते युग में छात्राएं आत्मनिर्भर  हो रही हैं. राइफल शूटिंग की यह ट्रेनिंग छात्राओं को न सिर्फ  आगामी भविष्य में अपने शहर का नाम रोशन करने परचम लहराने में लाभकारी होगी. बल्कि आत्मरक्षा के लिए  मुफीद साबित होगी. 

Source : Shubham Gupta

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