मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव का प्रचार रविवार को थम गया है. 3 नवंबर को इन सभी सीटों पर मतदान होना है. प्रदेश के इन उपचुनाव में 12 मंत्रियों सहित कुल 355 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है लेकिन कुछ सीटों पर मायावती के नेतृत्व वाली बसपा एवं कुछ अन्य छोटे राजनीतिक दलों के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं. एमपी में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस दोनों के लिए ये उपचुनाव काफी महत्वपूर्ण है. इस कड़ी में हम बात करेंगे ब्यावरा सीट के बारे में.
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ब्यावरा सीट का चुनावी समीकरण-
ब्यावरा विधानसभा सीट मध्य प्रदेशके रायगढ़ जिले में आती है. ब्यावरा सीट कांग्रेस विधायक गोवर्धन सिंह दांगी के निधन से खाली हुई थी. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं रोडमल नागर, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके मोना सुस्तानी को 431019 से हराया था.
साल 2018 में ब्यावरा में कुल 43 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. साल 2018 में कांग्रेस से गोर्वधन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी के नारायण सिंह पंवार को 1 वोट के अंतर से हराया था. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं रोडमल नागर, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं। उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेसके मोना सुस्तानी को 431019 से हराया था.
1952 से लेकर वर्तमान तक के चुनावों की एक जैसे हाल रहे हैं. अपवाद स्वरूप देखा जाए तो सिर्फ 1977 और 1980 में डीएम जगताप लगातार दो बार जीत हासिल करने में सफल रहे थे. हालांकि उनकी पार्टियां अलग-अलग थी. साल 1977 का चुनाव वह जनसंघ से जीते थे, तो 1980 का चुनाव बीजेपी से जीते थे. इसके बाद 85 के चुनाव में हार गए थे.19 80 के बाद से अभी तक लगातार यही स्थिति चली आ रही है.
Source : News Nation Bureau