एमपी में बर्डफ्लू के बढ़ते मामले से हालात हुआ चिंताजनक, कड़कनाथ मुर्गों को भी किया गया नष्ट

मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में कौओं के साथ अन्य पक्षियों की मौत हो रही है, अब तो राज्य के 51 जिलों में से 28 जिलों के पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. वहीं कई स्थानों पर कुक्कट सामग्री को नष्ट करने का क्रम जारी है. झाबुआ के कड़कनाथ मुर्ग

author-image
Vineeta Mandal
एडिट
New Update
chicken 2

एमपी बर्डफ्लू का बढ़ता दायरा चिंताजनक( Photo Credit : सांकेतिक चित्र)

Advertisment

मध्य प्रदेश के अनेक हिस्सों में कौओं के साथ अन्य पक्षियों की मौत हो रही है, अब तो राज्य के 51 जिलों में से 28 जिलों के पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. वहीं कई स्थानों पर कुक्कट सामग्री को नष्ट करने का क्रम जारी है. झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गों को भी नष्ट किया गया है. राज्य के बड़े हिस्से में कौओं और अन्य जंगली पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है.

छतरपुर जिले के हरपालपुर में भी मृत पाए गए कौओं में एच5एन8 वायरस की पुष्टि होने के साथ प्रदेश में बर्ड फ्लू से प्रभावित जिलों की संख्या 28 हो गयी है. प्रदेश में अभी तक इंदौर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, खंडवा, खरगोन, देवास, गुना, उज्जैन, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, दतिया, अशोकनगर, बड़वानी, होशंगाबाद, भोपाल, झाबुआ, हरदा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, मंडला, सागर, धार और सतना में पक्षियों में एच5एन8 वायरस की पुष्टि हो चुकी है.

और पढ़ें: एमपी में किशोरी से हैवानियत, जिससे मदद मांगी उसी ने हवस का शिकार बनाया

राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल द्वारा राज्य के बड़े हिस्से में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद सरकार और प्रषासन की चिंताएं बढ़ गई हैं. भारत शासन द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार सभी प्रभावित जिलों में एवियन इनफ्लूएंजा से बचाव, रोकथाम और नियंत्रण के उपाय करने के निर्देश दिये गये हैं.

राज्य के पशु चिकित्सा अधिकारियों से पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने के साथ मुर्गियों का नियमित सर्विलांस करने के निर्देश दिये गये हैं. सभी जिलों में कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन कर दिया गया है. नियंत्रण एवं शमन कार्य में संलग्न अमले द्वारा पीपीई किट पहनकर एंटी वायरल ड्रग के बाद कार्यवाही की जा रही है. पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार में बायो सिक्युरिटी मापदंडों का पालन किया जा रहा है.

झाबुआ जिले के ग्राम रूंडीपाड़ा में कड़कनाथ मुर्गी में एच5एन1 वायरस मिला है. प्रभावित स्थल से एक किलोमीटर की परिधि को संक्रमित क्षेत्र मानते हुए सभी प्रकार के कुक्कुट की कलिंग (नष्ट) की जा रही है. वहीं एक से नौ किलोमीटर की परिधि को सर्विलांस जोन मानते हुए सेम्पल कलेक्शन किया जा रहा है. संक्रमित क्षेत्र में अगले तीन माह तक कुक्कुट और कुक्कुट उत्पाद की रिस्टाकिंग और कुक्कुट परिवहन पर प्रतिबंध रहेगा. झाबुआ जिले के कुक्कुट बाजार और पोल्ट्री फार्मों को संक्रमण रहित किया जायेगा.

महत्वपूर्ण बात यह है कि झाबुआ के थांदला क्षेत्र के रूंपीपाड़ा स्थित विनेाद के फार्म हाउस में मृत कड़कनाथ के शव के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, उसकी रिपोर्ट आ गई है. यह वह फार्म है जिससे दो हजार चूजे का आर्डर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने दिया था. बर्ड फ्लू के कारण ही केरल सहित अन्य दक्षिण भारत के राज्यों से कुक्कुट सामग्री के परिवहन को प्रतिबंधित किया गया है. वहीं इंदौर, नीमच व आगर मालवा के चिन्हित स्थानों पर कुक्कुट कारोबार को एक सप्ताह के लिए बंद किया गया.

Source : News Nation Bureau

madhya-pradesh मध्य प्रदेश Bird flu बर्ड फ्लू MP Bird Flu एमपी बर्ड फ्लू MP Bird Flu Cases
Advertisment
Advertisment
Advertisment