मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से आज गुरुवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बीजेपी और मोदी सरकार पर हमला बोला. अजय सिंह ने कहा, देश में पहला कोरोना का पॉजिटिव केस 30 जनवरी को सामने आया. 20 मार्च को सरकार गिरती है, 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगता है. 23 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह शपथ लेते है. उसके बाद देश में लॉकडाउन लग जाता है.
यह भी पढ़ें : मध्यप्रदेश के चंबल-ग्वालियर क्षेत्र को बड़ी सौगात, नितिन गडकरी ने किया यह ऐलान
अजय सिंह ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी को देश की जनता की परवाह नहीं थी. उन्हें अपनी ताकत ट्रम्प को दिखानी थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी अंदेशा है कि उनके विधायकों को तोड़ा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा, गुजरात में हम सबने देखा क्या हुआ. केवल कुछ राज्यसभा की सीट के लिए ऐसा किया जा रहा है. इंदौर के डॉन कैलाश विजयवर्गीय औऱ गोपाल भार्गव ने भी कहा था कि जब ऊपर से इशारा होगा तब सरकार गिरा दी जाएगी. बीजेपी को आम जनता और वोट की परवाह नहीं है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो चुनाव की जरूरत ही क्या है.
सज्जन सिंह ने कहा, अगर झूठ बोलने की प्रतियोगिता हो तो शिवराज जी को पहला नम्बर मिलेगा. महाकाल, ओम्कारेश्वर के विकास के लिए बजट देना क्या पैसे की बर्बादी है. डांस बार बंद करना, गुंडा तत्वों पर कार्रवाई करना क्या गलत है. अब सरकार बन गई है तो गुंडागर्दी करने वाले जो जेल में बंद थे, उन्हें छोड़ा जा रहा है. राम मन्दिर निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी से कराने पर सज्जन सिह ने कहा, रामभक्त नहीं चाहते हैं कि मन्दिर निर्माण में राजनीति का समावेश हो, केवल कुछ चापलूस लोग ऐसा चाहते हैं.
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असंभव को संभव कर दिखाया, वर्चुअल रैली में बोले शिवराज सिंह चौहान
सज्जन सिंह बोले, 14 फरवरी को मैं नितिन गडकरी से मिला था. मैंने उन्हें चम्बल एक्सप्रेस वे के लिए कागज दिए थे. पहले मुझे वो अच्छे आदमी लगे थे, लेकिन जब कुछ नहीं किया तो मुझे समझ आया कितने झूठे आदमी हैं. उसके बाद मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ भी उनसे मिला था, तब भी मैंने यही कहा था
औऱ आज ये सब चंबल एक्सप्रेस वे को लेकर वाहवाही लूट रहे हैं.
उन्होंने कहा, भोपाल-इंदौर एक्सप्रेस वे इसलिए बनाना चाह रहे हैं ताकि कुछ बिल्डर्स, अधिकारियों औऱ नेताओं ने वहां जमीन खरीदी है और उन्हें फायदा हो जाए. बीजेपी के वर्चुअल रैली पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, वर्चुअल रैली के लिए 75 हजार एलईडी लगवाई गई और इसका पैसा पीएम केअर फंड से दिया गया, लेकिन जिन ग्रामीण क्षेत्रों में ये एलईडी लगाई गई उन गांवों के किसानों की इन्हें चिंता नहीं है.
Source : News Nation Bureau