भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समाज के हर वर्ग को अपने से जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है. पार्टी का उन वर्गों पर खास जोर है, जो अब तक पार्टी का वोट बैंक नहीं बन पाए हैं. बीजेपी उन वर्गों तक अपनी पैठ बनाना चाह रही है, जहां उसका जनाधार अभी कमजोर है. इसी वजह से मध्य प्रदेश में बीजेपी अपने सदस्यता अभियान के जरिए मुस्लिमों को पार्टी से जोड़ने की तैयारी में है.
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मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की नजर अब अल्पसंख्यक वोट बैंक पर है. इसके लिए पार्टी मुस्लिम बस्तियों में जाकर अपने सदस्यता अभियान का प्रचार करेगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी अपने सदस्यता अभियान के लिए मस्जिदों के बाहर स्टॉल भी लगाएगी. जहां मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में है, वहां पर ज्यादा फोकस किया जाएगा. इस सबके जरिए भारतीय जनता पार्टी का एकमात्र मकसद मुस्लिमों को पार्टी से जोड़ना है.
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मुस्लिम समुदाय को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी बीजेपी के सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद अपने कंधों पर उठाएंगे. हालांकि शिवराज सिंह चौहान पहले भी हर वर्ग तक पहुंच बनाने की बात कह चुके हैं. अभियान की शुरुआत से पहले शिवराज सिंह ने कहा था कि इस सदस्यता अभियान को संगठन पर्व के रूप में मनाकर पार्टी का विस्तार करना है. अपने पराक्रम और परिश्रम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचकर नए सदस्य जोड़ने हैं.
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पार्टी नेताओं को यही लगता है कि मुस्लिम वोट प्रतिशत काफी कम रहा था, लिहाजा अब अल्पसंख्यक बस्तियों में जाकर नए सदस्य बनाने की जरूरत है. गौरतलब है कि 2018 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार का सबसे बड़ा कारण अल्पसंख्यक वोट था. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तुलना में बीजेपी को अल्पसंख्यकों के कम वोट मिले थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में यही स्थिति रही थी.
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