देवास लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी को यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने विरोध प्रदर्शन करने और काले झंडे दिखाने पर सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि सांसद को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. स्थानीय सांसद होने के बावजूद कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में उनका नाम नहीं होने और प्रोटोकॉल का उल्लंघन किए जाने पर सोलंकी अपने समर्थकों सहित मुख्यमंत्री कमलनाथ का विरोध कर रहे थे.
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया. भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि आगर मालवा में सोमवार को हुए सरकारी कार्यक्रम के निमंत्रण पत्रों में उनका नाम नहीं छापा गया, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो जिला प्रशासन ने कुछ निमंत्रण पत्रों में उनका नाम छाप कर सोशल मीडिया में प्रसारित कर दिया और एक कार्ड उन्हें भी भेज दिया.
सोलंकी ने आरोप लगाया कि इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान मंच से उन्हें बोलने का अवसर भी नहीं दिया गया और जब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली दंगों के बारे में मंच से बोलना शुरु किया तो वह वहां से चले गए और बाद में मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाए. सोलंकी ने कहा कि कमलनाथ दिल्ली में हाल ही में हुए दंगों के बारे में कैसे बात कर सकते हैं जबकि वह खुद 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी थे.
Source : Bhasha