मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत के सामने आ रहे मामलों के बीच सरकार का रवैया सख्त हो गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि खाद की जरूरत पूरी की जाएगी. साथ ही जो खाद की कालाबाजारी करेगा उसे राष्टीय सुरक्षा कानून के तहत जेल भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री चौहान ने खाद की उपलब्धता को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में कहा है कि किसान खाद के लिए परेशान न हों. केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया आश्वस्त किया है कि मध्यप्रदेश को आवश्यकता अनुसार यूरिया और डीएपी उपलब्ध कराया जाएगा.
बैठक में जानकारी दी गई कि केन्द्र द्वारा नवंबर माह के लिए छह लाख मीट्रिक टन यूरिया और छह लाख मीट्रिक टन डीएपी की प्रदेश को आपूर्ति की जाएगी. अत प्रदेश में खाद की कमी की स्थिति नहीं रहेगी. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिला प्रशासन को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि जो खाद की कालाबाजारी करेगा उसे रासुका में जेल भेजा जाएगा. खाद को ब्लैक में बेचने वालों को कुचल दिया जाएगा. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसान भाई खाद की कमी की मानसिकता को छोड़ें. इसके परिणामस्वरूप अधिक खाद खरीदने की प्रवृत्ति बनती है. केन्द्र सरकार द्वारा नवंबर माह में पर्याप्त खाद की आपूर्ति की जा रही है.
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कंट्रोल रूम बनाकर जिलों में खाद की आपूर्ति और न्यायपूर्ण वितरण की व्यवस्था पर लगातार निगरानी रखी जाए. जो जरूरत से अधिक खाद खरीद रहे हैं, उन पर नजर रखी जाए. कलेक्टर अपने स्तर पर लोगों को खाद की आपूर्ति और राज्य सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं के संबंध में जागरूक करें. चौहान ने कहा, 'मैं केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के लगातार संपर्क में हूं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि 30 अक्टूबर तक मध्य प्रदेश को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करा दिया जाएगा.' मध्य प्रदेश में खाद की भारी किल्लत हो गई है और किसानों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है.
HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश में किसान झेल रहे खाद की किल्लत
- उपचुनाव से पहले यूरिया की कमी बनी बड़ा मुद्दा
- शिवराज ने दी जेल में डालने और रासुका की चेतावनी