पश्चिम बंगाल में चल रहे ममला बनाम सीबीआई के मामले में पूरे देश में हलचल मची हुई है. इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बंगाल की ममता सरकार पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं. शिवराज सिंह ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र को तार-तार किया जा रहा है, संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. शिवराज ने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ने एक अभूतपूर्व संवैधानिक संकट खड़ा कर दिया है.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई, शारदा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कोई आज की जांच नहीं है बल्कि 2014 से भी पहले की है. वहां पहले एसआईटी बनाई गई थी, उस एसआईटी के प्रमुख के पास मामले से जुड़े मुख्य दस्तावेज हैं, जो अब पुलिस कमिश्नर हैं.
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चौहान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत सीबीआई पूछताछ करना चाहे तो सीबीआई को रोका जा रहा है, हिरासत में ले लिया जा रहा और थाने में बैठा दिया जा रहा है. आखिर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर यह जांच हो रही है, कार्रवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि सीबीआई एक संवैधानिक संस्था है और सीबीआई को ही जांच करने से रोका जा रहा है. जांच पूरी होने पर किसके फंसने का डर है. जांच में सहयोग क्यों नहीं किया जा रहा है और जांच नहीं होने देना सीधे तौर पर सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना है. भारत के सेंट्रल स्ट्रक्चर को ध्वस्त करने की कोशिश की जा रही है.
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बीजेपी नेता ने कहा कि, 'सच बात यह है कि बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की बढ़ती हुई लोकप्रियता से घबराकर भाजपा नेताओं की सभाएं रोकी जा रही हैं, हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी जा रही है. कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है जिसे कभी भी जायज नहीं ठहराया जा सकता. ममता जी की टीएमसी का पश्चिम बंगाल से जाना अब तय है. उन्हें डर है कि कोई घोटालों में फंसा तो और किस-किस के नाम उजागर होंगे. ममता को इन्हीं बातों का डर है इसलिए ऐसी परिस्थितियां पैदा की जा रही हैं जो लोकतंत्र के लिए सुरक्षित नहीं है.
Source : News Nation Bureau