जबलपुर में महाकाली की मूर्ति का नर्मदा में विसर्जन रोकने को लेकर हुए विवाद के बाद महाकाली के भक्तों और समिति सदस्यों ने जमकर उपद्रव किया. इस दौरान भक्तों ने पथराव करते हुए गाडियों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी थी. हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच महाकाली की मूर्ति का विधि-विधान से विसर्जन किया.
जबलपुर के ग्वारीघाट में हालात उस वक्त बेकाबू हो गए, जब जबलपुर की महारानी के नाम से मशहूर महाकाली की प्रतिमा का विसर्जन करने पहुंचे. तभी झंडा चौक के पास पुलिस ने मूर्ति वाले वाहन को रोक लिया. इसके बाद समिति के सदस्यों और पुलिस के बीच नोकझोंक होने लगी. विवाद इतना बढ़ गया कि लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. वहां खड़ी पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई. हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. फिर भी हालात काबू न हुए तो पुलिस ने आंसू गैस और हैंड ग्रेनेड के गोले छोड़कर लोगों को तितर-बितर कर दिया. दो दर्जन से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया. जबलपुर एसपी ने इस बारे में बताया कि दर्जनभर गाडियों को आग के हवाले किया गया है. उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा. घटना की सूचना पर जबलपुर की कलेक्टर भी पहुंचीं. उन्होंने अपनी निगरानी में महाकाली की मूर्ति का भटौली में बने विसर्जन कुंड में विसर्जन करवाया. कलेक्टर छवि भारद्वाज ने बताया कि एनजीटी का निर्देश है कि नदियों में किसी भी तरह का विसर्जन न होने दिया जाए. उसी का पालन करने के लिए बैरिकेट लगाकर पुलिस के जवान वहां मौजूद थे. इसी दौरान घटना हो गई. उन्होंने कहा कि घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवार्इ की जाएगी.
Source : News Nation Bureau