विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासी समुदाय के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिजन की नई पीढ़ी के विकास, उनकी संस्कृति बचाने में मदद के लिए, उनके उत्थान, भलाई और सर्वांगीण विकास के लिए वचनबद्ध है.
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मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर लिखा, 'विश्व आदिवासी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज का दिन आदिवासी समुदाय की भाषा, संस्कृति, परम्परा, इतिहास के संरक्षण और उनके विकास के लिये संकल्पबद्ध होने का है. हमारी सरकार आदिजन की नई पीढ़ी के विकास, उनकी संस्कृति बचाने में मदद के लिए, उनके उत्थान, भलाई व सर्वांगीण विकास के लिये वचनबद्ध है.'
इससे पहले विश्व आदिवासी दिवस की पूर्व संध्या पर कमलनाथ ने जनजाति वर्ग के लोगों को 'प्रकृति का सेवक' बताया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विश्व आदिवासी दिवस पर एक ब्लॉग लिखा. इस ब्लॉग में उन्होंने कहा, 'विश्व आदिवासी दिवस पर उन सभी जनजातीय बंधुओं को बधाई, जो प्रकृति के करीब रहते हुए प्रकृति की सेवा कर रहे हैं। राज्य सरकार ने आदिजन दिवस पर अवकाश घोषित किया है। हम सब उनका सम्मान करें, जो प्रकृति को हमसे ज्यादा समझते हैं। आदिवासी समाज जंगलों की पूजा करता हैं। उनकी रक्षा करता है। इसी सांस्कृतिक पहचान के साथ समाज में रहते हैं.'
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उधर, विश्व आदिवासी दिवस पर आज मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और झाबुआ में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर छिंदवाड़ा में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें छिंदवाड़ा के विकास का मॉडल भी आम जनता के सामने पेश किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी के तहत छिंदवाड़ा के 2 इलाकों को आधुनिक और विकसित किया जाएगा. जिसका एक मॉडल कार्यक्रम स्थल पर रखा गया है. मॉडल के जरिए बताया गया है कि छिंदवाड़ा में किस तरीके से विकास कार्य आने वाले सालों को होने जा रहे हैं.
विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासियों की संस्कृति, कला और सभ्यता का भी प्रदर्शन किया जाएगा. छिड़वाड़ा में कार्यक्रम स्थल पर आदिवासी लोक नृत्य,वाद्य यंत्र का प्रदर्शन किया जाएगा. इस मौके पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे आदिवासियों का कहना है कि वो सरकार से उम्मीद करते हैं कि आदिवासी कला को बचाने और युवाओ को रोजगार के लिए ठोस कदम उठाए.
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