चंबल नदी में नहाने गए एक जिस 10 वर्षीय अतर सिंह को मगरमच्छ द्वारा निगल लिए जाने का दावा किया जा रहा था, उसका शव आज यानी मंगलवार को नदी में तैरता मिला. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. यह घटना चंबल नदी के रिझेटा घाट की है। दरअसल, ग्रामीण दावा कर रहे थे कि बालक को मगरमच्छ निगल गया है और वह मगरमच्छ के पेट में ही है। इसलिए ग्रामीणों ने मगरमच्छ को जाल के जरिए पकड़कर बांध दिया। इस मामले की खबर मिलने पर वन विभाग की टीम मगरमच्छ को ग्रामीणों के कब्जे से छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंची, मगर ग्रामीणों ने मगरमच्छ को छोड़ने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि बालक इसके पेट में है, इसे कैसे छोड़े दें.
ग्रामीणों के मुताबिक ग्राम रिझेटा निवासी अतर सिंह (10 वर्ष) नजदीक ही बह रही चंबल नदी में नहाने के लिए गया था। जहां उसे नहाते समय एक मगरमच्छ झपट्टा मारकर खींच ले गया था। बालक को मगरमच्छ द्वारा खींचकर ले जाते हुए वहां नहा रहे लोगो ने देखा और गांव से परिजनों सहित अन्य लोगो को बुलाकर जाल की मदद से मगरमच्छ को पकड़ बांध दिया। ग्रामीण दावा कर रहे थे कि बालक को इसी मगरमच्छ ने निगला है और बालक इसके पेट में ही है। इस घटना की खबर मिलने पर रघुनाथपुर थाना पुलिस और (घडियाल) वनविभाग विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। मगरमच्छ को बांधकर रखने वाले ग्रामीणों को घडियाल विभाग ग्रामीणों से लगातार मगरमच्छ को छोड़ने की बात कर रहे थे और ग्रामीण मगरमच्छ को छोड़ने को तैयार नहीं थे. ग्रामीण मगरमच्छ को न छोड़ने पर अड़ गए और बोले कि बालक इसी मगरमच्छ के पेट में है। इसे हम कैसे छोड़ दे,यह मगरमच्छ पहले भी हमले करके लोगों की जान ले चुका है।
वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों को मगरमच्छ को छोड़ने की समझाइस दे रहे थे, जबकि गुस्साए ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े थे, लेकिन पुलिस और वन विभाग की समझाइस के बाद ग्रामीणों ने वनविभाग से विनती की ओर कहा कि अब हमारा बच्चा तो आ नही सकता पर आप इस मगरमच्छ को यहां से दूर किसी ओर नदी में छोड़ आइये. इस पर वन विभाग की टीम तैयार हो गयी और उस मगरमच्छ को किसी ओर जगह नदी में छोड़ने के लिए ले गई.
वन विभाग टीम का कहना है कि मगरमच्छ किसी भी चीज को निगलता नहीं सिर्फ उस पर हमला कर उसे खा जाता है, लेकिन फिर ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अपनी आंखों से उसको खींच के ले जाते हुए निगलते हुए देखा है. वन विभाग की टीम उस मगरमच्छ को लेकर किसी और नदी में छोड़ने गई है. वहीं ग्रामीण अपने गांव के मासूम को खो चुके हैं.
Source : Khushboo