मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हाथियों की मौत को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार रात को एक आपातकालीन बैठक बुलाई. उच्च स्तरीय जांच दल बांधवगढ़ भेजकर 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है. बांधवगढ़ नेशनल पार्क में बीते दिनों नौ हाथियों की मौत हो गई. इस केस में तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं. इस मामले में शुक्रवार को सीएम डॉ. यादव ने एक बैठक भी की. बैठक में उन्होंने घटना के सभी पहलुओं की जानकारी को लेकर उच्च स्तरीय दल भेजने के निर्देश दिए.
वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो वरिष्ठ अधिकारी अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल और राज्य वन बल प्रमुख पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव उमरिया बांधवगढ़ जाने वाले हैं. यह दल 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपेगा. दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी. मुख्य सचिव अनुराग जैन वर्चुअली बैठक में शामिल हुए.
विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जाएगी
मुख्यमंत्री डॉ.यादव को बैठक में बताया गया कि विशेषज्ञों का कहना है कि हाथियों की मृत्यु के जुड़ी जांच रिपोर्ट आने में चार दिन लग जाएंगे. इस अवधि में घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जाएगी. अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल.कृष्णमूर्ति के अनुसार, 29 अक्टूबर की दोपहर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर रेंज में 13 हाथियों के झुंड में से कुछ हाथियों के अस्वस्थ होने की सूचना मिली थी. कान्हा और पेंच टाइगर रिजर्व के वन्य-जीव स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से सभी हाथियों की जांच की गई. अस्वस्थ हाथियों का उपचार किया गया है.
कृष्णमूर्ति के अनुसार, 13 हाथियों के झुंड में से दो हाथी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. दो हाथी उपचार के सफल प्रयासों के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए हैं. एक हाथी का अभी भी उपचार चल रहा है. उन्होंने बताया कि आठ हाथियों (एक नर और सात मादा) की मौत हो चुकी है.
घटनास्थल से पांच किमी के इलाके में छानबीन कर रही टीम
ऐसा बताया गया है कि एसटीएसएफ प्रमुख और उनकी टीम डॉग स्क्वॉड के साथ घटनास्थल से पांच किमी के इलाके में छानबीन कर रही है. क्षेत्र से धान, कोदो, पानी के नमूने लेकर जांच के लिए स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ (एसडब्ल्यूएफएच) जबलपुर में भेजा गया है. एसटीएसएफ की टीम ने डॉग स्क्वायड की सहायता से सात खेतों और सात घरों में तलाशी ले चुकी है. यहां पर स्थानीय लोगों से पूछताछ हुई.