आज भोपाल गैस त्रासदी की 36वीं बरसी है. इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल गैस त्रासदी की वर्षगांठ कार्यक्रम में शिरकत की और 2 मिनट का मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने घोषणा की है कि इस घटना की पीड़ित विधवाओं की पेंशन को फिर से शुरू किया जाएगा. साथ ही मुख्यमंत्री ने भोपाल गैस त्रासदी के लिए एक स्मारक का निर्माण कराने की बात कही है.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'जो गैस पीड़ित भाई-बहन बचे हैं, उनकी जिंदगी कैसे गुजरी हम जानते हैं. मेरी वो विधवा बहनें जिनका सबकुछ त्रासदी में चला गया उनकी 1000 रुपये की पेंशन जो 2019 में बंद कर दी गई थी, दोबारा शुरू की जाएगी, ताकि अंतिम समय उनका ऐसे संकटों से न गुजरे.'
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, 'भोपाल गैस त्रासदी का स्मारक हमें भोपाल में जल्द बनाना चाहिए ताकि ये स्मारक दुनिया को सबक दे, हमें याद दिलाए कि कोई शहर भोपाल न बने. हम असुरक्षा से कोई चीज न बनाए जो इंसान पर भारी पड़े. जैसे हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु बम का उपयोग न हो ये सीख देते हैं.'
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उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन 1984 में एक ऐसी घटना भी हुई, जो मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के लोगों को सदियों तक सालने वाला दर्द दे गई. भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड कीटनाशक संयंत्र से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था. घटना में कई हजार लोगों की जान चली गई थी, जबकि घायल होने वालों की तादाद भी हजारों में थी. इस हादसे से अजन्मे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य पर भी सवालिया निशान लग गया.