मध्यप्रदेश में हुई बारिश ने लोगों की जिंदगी को मुश्किल में डाल दिया है. बाढ़ ने लगभग सात लाख हेक्टेयर की सफल को बर्बाद किया है और बड़े पैमाने पर लोगों के घर और कारोबार चौपट हो गए हैं. सैकड़ों परिवार राहत शिविरों में डेरा डाले हुए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ पीड़ितों के गांव और शिविरों में पहुंचकर भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर जिले में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जायजा लेने पहुंचे.
यह भी पढ़ें : एमपी में बीजेपी ने की रामशिला की पूजा, 5 रथयात्राएं पहुंचेंगी हर एक गांव
मुख्यमंत्री चौहान ने शाहगंज के राहत शिविर में पहुंचकर कहा कि बाढ़ और अतिवर्षा से प्रभावित सभी परिवारों की हर संभव सहायता कर संकट से हर हाल में बाहर लेकर आएंगे. किसानों को आरबीसी छह (चार) के प्रावधानों के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से भी मदद की जाएगी. प्रभावित परिवारों को गेहूं के साथ पांच लीटर केरोसीन भी दिया जाएगा. उन्होंने ने ग्रामीणों से कहा कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. सरकार आपके साथ है, पहली प्राथमिकता थी कि बाढ़ से किसी को जान का नुकसान नहीं हो. मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि बाढ़ से जिन घरों को नुकसान हुआ है, उन परिवारों को तत्काल आधा-आधा क्विंटल गेहूं उपलब्ध कराएं.
यह भी पढ़ें : बिहार में बाढ़ पीड़ित 6 लाख परिवारों के बैंक खाते में भेजे गए 6,000 रुपये
मुख्यमंत्री ने सभी बाढ़ पीड़ितों को आश्वस्त किया कि वे चिंता नहीं करें, प्रदेश सरकार द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा, हमें एक बात का संतोष है कि इस बाढ़ के तांडव में किसी भी प्रकार से जनहानि नहीं हुई है. चिंता न करें, किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है, प्रदेश सरकार आपके साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर के शाहगंज में बाढ़ पीड़ितों से चर्चा करने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी रेस्क्यू सेंटर में बाढ़ से प्रभावितों के लिए यथासंभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. पहले घरों का, फिर फसलों का सर्वे कराकर शीघ्र ही राहत राशि वितरण का काम शुरू करना है.
Source : IANS