आजाद भारत का यह एक बड़ा झूठ है कि महात्मा गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ (RSS) का सदस्य था. गांधी की हत्या के बाद भारतीय जन संघ खासकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए यह प्रचार किया गया कि गोडसे आरएसएस का कार्यकर्ता था. इसी को आधार बना कर जबलपुर के एक स्कूल में गांधी जयंती पर एक नाटक खेला गया, जिसमें गोडसे को आरएसएस का सदस्य बताया गया था. इतिहास के साथ इस खिलवाड़ के खिलाफ अब स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.
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स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांधी जयंती पर स्मॉल वंडर स्कूल में बापू पर एक नाटक खेला गया. इसमें गोडसे को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का कार्यकर्ता बताया गया था. गोडसे को माध्यम बनाकर आरएसएस के खिलाफ अभियान चलाने की मंशा को समझ हिंदू सेवा परिषद ने लॉर्डगंज पुलिस स्टेशन में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने और आरएसएस को दुष्प्रचार की शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर आगे की कार्यवाही करेगी.