मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में एक बार फिर से हलचल मच गई है. ग्वालियर के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कुछ महीनों से मध्य प्रदेश की राजनीति की धुरी बने हुए हैं इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है. जी हां इस बार मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. पिछले विधानसभा चुनाव से पहले अशोकनगर सीट से टिकट को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया और वहां की पार्षद अनीता जैन के बीच बातचीत में कई बार इस बात का उल्लेख हुआ कि 50 लाख रुपये जमा करवा दिए हैं टिकट के लिए. कांग्रेस ने इस मामले को गंभीर बताते हुए इस मामले पर एफआईआर दर्ज करने के लिए एडीजी से मुलाकात की और इस मामले पर एसआईटी गठित करने की मांग की.
श्रीJM सिंधिया के PA श्री पाराशर द्वारा अशोकनगर से विधानसभा (2018) प्रत्याशी बनाये जाने हेतु श्रीमती अनिता जैन की पुत्रवधु से 50 लाख रु.जमा कराने से संबंधित कथित ODO की जांच SIT से हो ताकि कथित कुलीन चेहरों को लेकर भ्रम की लकीरें खत्म हों @RahulGandhi @MukulWasnik @OfficeOfKNath
— KK Mishra (@KKMishraINC) June 11, 2020
आपको बता दें कांग्रेस मध्य प्रदेश के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चम्बल संभाग) के के मिश्रा एवं ग्वालियर शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के नेतृत्व में एडीजी राजबाबू सिंह को ज्ञापन और ऑडियो से संबंधित सीडी सौंपी. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह मामला बहुत ही संवेदनशील है. इस ऑडियो में रिकॉर्ड बातचीत में रुपयों के लेनदेन के आरोपों पर सिंधिया की ओर से अनिता जैन को कोई भी सफाई नहीं दी गई, बल्कि सरकार बनने के बाद कई और फायदे देने की बात स्वीकार की गई है.
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आपको बता दें कि इस बातचीत से यह स्पष्ट होता है कि इस लेनदेन में सिंधिया की मूक सहमति रही होगी? कांग्रेस का यह भी आरोप है कि जिस तरह कमलनाथ की निर्वाचित सरकार को गिराने में भी विधायकों की करोड़ों में नीलामी-खरीदी बिक्री की बातें सामने आई हैं, उससे यह साबित हो रहा है कि कथित कुलीन चेहरों का पैसों के लेनदेन से पुराना रिश्ता है? लिहाज़ा, उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर कांग्रेस की मांग है कि इस प्रकरण को तत्काल प्रभाव से संज्ञान में लेकर सूक्ष्म जांच हेतु एसआईटी गठित की जाए.
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ऑडियो टेप में सामने आए नामों के बारे में गौर किया जाए तो इनमें से सबसे प्रमुख नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्रीमती अनिता जैन, पाराशर और किसी अग्रवाल के सामने आए हैं कांग्रेस नेताओं ने इन नामी लोगों पर लगे आरोपों के बयान दर्ज करवाने के लिए आदेश दिए जाएं. इस ऑडियो के सार्वजनिक होने के बाद सिंधिया के पूर्व प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने राजधानी भोपाल में कहा है कि यह ऑडियो फर्जी है. आपको बता दें कि पंकज चतुर्वेदी बीजेपी से नहीं हैं, उन्होंने इसे फर्जी बताते हुए कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाया है कि किस लैब से इस ऑडियो की जांच करवाई गई है उसकी जांच रिपोर्ट के साथ बयान देने हेतु उन्हें भी ताक़ीद किया जाए.
Source : News Nation Bureau