मध्य प्रदेश में वर्ष 2020 में वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए । ये सिलसिला यही नहीं थमा आगे भी कई कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हुए । मगर पूर्व पीसीसी चीफ़ अरुण यादव का नाम एक बार फिर से चर्चाओं में है । दरअसल मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को खंडवा में एक सभा में कहा की अरुण यादव आप कांग्रेसी में क्या कर रहें है आप तो भाजपा में आ जाइए ।
अरुण यादव ने इसका जवाब देते हुए ट्वीट कर कहा-
“ धन्यवाद शिवराज जी,
आपने कांग्रेस के एक छोटे से कार्यकर्ता को सत्ता में आमंत्रित किया है ।
कांग्रेस पार्टी ने मुझे और मेरे परिवार को बिन मांगे ही बहुत कुछ दिया है ।
हम सत्ता में ज़रूर आयेंगे, मगर भाजपा के साथ नहीं कांग्रेस की सरकार बनाकर आएंगें ।” इसे लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी अरुण यादव की पीठ थपथपाई और लिखा “शाबाश अरुण” ।
* अरुण यादव को कब -कब दिया गया भाजपा में शामिल होने का ऑफ़र*
अब आपको बतलाते है कि बीते कुछ वर्षों में किस भाजपा नेता ने कब-कब अरुण यादव से कहा की वो भाजपा में शामिल हो जाएँ ।
- 2 मई 2018 - प्रभात झा
- 12 अक्टूबर 2021 - नरोत्तम मिश्रा
- 4 अक्टूबर 2021 वीडी शर्मा
- 9 अक्टूबर 2021 भूपेंद्र सिंह
- अक्टूबर 2021 शिवराज सिंह खण्डवा उपचुनाव
- 28 जून 2022 शिवराज सिंह खण्डवा नगरीय निकाय चुनाव
OBC और किसान नेता है बड़ी वजह
भाजपा के शीर्ष नेता बार बार कांग्रेस नेता अरुण यादव को शामिल होने के लिए न्योता दे रहे है । इसकी सबसे बड़ी राजनीतिक वजह ये है की अरुण यादव OBC वर्ग से आते है । निमाड़ -मालवा में भाजपा की स्थिति कमज़ोर है । भाजपा के पास कोई बड़ा नेता नहीं है । इसके अलावा अरुण यादव के पिता सुभाष यादव एमपी के बड़े किसान नेता रहें है । अरुण यादव को भी किसानों के नेता के रूप में देखा जाता । मध्य प्रदेश की सियासत फ़िलहाल ओबीसी और किसान के इर्द गिर्द ही घूम रही है । यही कारण है की भाजपा चाहती है अरुण यादव उनकी पार्टी में शामिल हो जाएँ ।
Source : Shubham Gupta