पाकिस्तानी मूल के भारतीय गायक अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस कलाकार के पिता ने पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू पायलट के रूप में भारत के खिलाफ बम बरसाये थे. शहर के एक सामाजिक संगठन की आयोजित संविधान बचाओ, देश बचाओ.
यह भी पढ़ेंःसाउथ ईस्ट दिल्ली के DCP चिन्मय बिस्वाल का ट्रांसफर, कुमार ज्ञानेश को मिला चार्ज
रैली में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आए सामी चूंकि एक कलाकार हैं. इसलिए मैंने ही उन्हें भारतीय नागरिकता देने के लिए भारत सरकार से उनके मामले की सिफारिश की थी. उन्हें मोदी सरकार के राज में ही भारत की नागरिकता मिली है. उन्होंने कहा, "मैंने अदनान सामी को पद्मश्री से सम्मानित किए जाने के लिए भारत सरकार से कोई सिफारिश नहीं की थी. इन्हीं सामी के पिता ने पाकिस्तान वायु सेना का जंगी जहाज उड़ाते हुए हमारे खिलाफ बम गिराये थे.’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘‘दूसरी ओर भारतीय फौज की ओर से दुश्मन के खिलाफ लड़ चुके असम के सनाउल्लाह को नागरिकता के दस्तावेज नहीं दिखाने की वजह से निरोध शिविर में भेज दिया गया था. यह है मोदी सरकार का नागरिकता कानून." संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) जैसे मसलों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए दिग्विजय ने कहा कि कोई व्यक्ति अपने कागज दिखाये, न दिखाये, लेकिन दिग्विजय सिंह अपने कागज नहीं दिखाने वाला. जो करना है, करो. आप (सरकार) हमसे कितने कागज मांगोगे. हमारे पास आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, ड्राइविंग लायसेंस, पैन कार्ड और पासपोर्ट पहले से है.
उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा हाल ही में एक चुनावी रैली के दौरान सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों की आलोचना के बाद कथित तौर पर भड़काऊ नारे लगवाए जाने के मामले की ओर इशारा किया. इसके साथ ही इस मामले को जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के नजदीक सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के समूह पर गोली चलाये जाने की सनसनीखेज घटना से जोड़ते हुए भाजपा पर हमला किया.
यह भी पढ़ेंःDelhi Assembly Election: अमित शाह बोले- झूठ बोलने की स्पर्धा में केजरीवाल का पहला नंबर
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमें क्रोनोलॉजी बताई कि पहले सीएए आयेगा, फिर एनपीआर (राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर) आएगा और इसके बाद एनआरसी आएगी. उन्होंने कहा कि लेकिन हमें एक और क्रोनोलॉजी समझ आ रही है कि पहले भारत सरकार का एक मंत्री कहता है-गोली मारो. इसके बाद इन्हीं लोगों का एक व्यक्ति तमंचा लेकर आता है और दिल्ली पुलिस हाथ पर हाथ रखकर खड़ी दिखायी देती है. फिर यह व्यक्ति गोली चला देता है. दिग्विजय ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के मंत्री की भड़काऊ नारेबाजी के गंभीर मामले में चुनाव आयोग ने उन्हें उचित दंड नहीं दिया है.