मध्य प्रदेश में हाल ही में नगर निगम चुनाव हुए है . इन चुनाव में 16 नगर निगम में से 5 सीट कांग्रेस ने जीती तो वहीं 9 बीजेपी ने सीटें जीती है. खास बात ये रही की मालवा निमाड़ की सारी सीटें बीजेपी ने अपने नाम की . इंदौर , खंडवा , उज्जैन और खरगोन नगर पालिका में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो गया . कांग्रेस विधायक संजय शुक्ल ने इंदौर से महापौर का चुनाव लड़ा मगर एक लाख से ज़्यादा वोटों से वो हार गए . इस हार के बाद कांग्रेस के विधायक सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर है . हालाकि कुछ कांग्रेसी उसे राजनीतिक स्टंट बता रहे हैं. आपको बता दें कि कांग्रेस की छवि देशभर में हिन्दू विरोधी बनती जा रही है.
यह भी पढ़ें : Ration Card: इन राशन कार्ड धारकों के लिए आई बुरी खबर, सरकार ने रद्द कर दिये 2 करोड़ राशन कार्ड
दंगे वाले इलाके यानि खरगोन से विधायक रवि जोशी सियासी गंगा यात्रा और शिव डोला निकाल रहे है .नगर निगम चुनाव में जीतू पटवारी के इलाके से कांग्रेस को 30 हज़ार वोट से हार मिली. साथ ही संजय शुक्ला के क्षेत्र में कांग्रेस को 20 हज़ार वोट से हार मिली. हलाकि इसे लेकर कांग्रेस का कहना है की ये कार्यक्रम तो पहले से ही तय थे . इसे सॉफ्ट हिंदुत्व या चुनावी हार से जोड़ना गलत है . लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस विधायक का हिन्दू हिरदय सम्राट बनना लोगों को अखर रहा है.
मालवा निमाड़ में नगर निगम चुनाव में मिली जित से बीजेपी काफी खुश है . दरअसल मालवा -निमाड़ बीजेपी का गढ़ माना जाता है . 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की स्थिति यहाँ ठीक नहीं थी . कई सीटें बीजेपी ने यहाँ गवां दी थी . बीजेपी का कहना है की कांग्रेस चाहे यात्रा निकाल ले या हिंदुत्व का ढोंग करें जनता ने बता दिया है की वो बीजेपी पर ही पूरी तरह भरोसा करती है . 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी जोरो शोरो से शुरू कर दी है . कांग्रेस को लगता है की सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर ही चलकर वो विधानसभा चुनाव जित सकती है .
Source : Shubham Gupta