केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में टैक्टर की सवारी कर कानूनों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया. इसी तरह राज्य के अन्य हिस्सों में भी कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. भोपाल में तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प की स्थिति बनी. कांग्रेस ने शुक्रवार को किसान कानूनों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया.
इसी क्रम में मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ इन दिनों छिंदवाडा जिले के प्रवास पर हैं. उन्होंने चौरई विधानसभा क्षेत्र में विरेाध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और खुद ट्रैक्टर चलाया. कमल नाथ ने इन कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार दिया है और कहा है कि, "यह कानून उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाला है. इसमें एक खामी नहीं बल्कि सिर्फ खामी ही खामी है."
और पढ़ें: ट्रैक्टर रैली पर सोमवार को SC में सुनवाई, खालिस्तान समर्थकों पर भी हलफनामा
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी के किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर हल्ला बोला. कृषि कानूनों के विरोध में किसान सम्मेलन भी हुआ. इस सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना की.
इसी तरह राजधानी में पूर्व मंत्री पी सी शर्मा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ किसान कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हो गई. बाद में पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
Source : IANS