कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोला है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए 'नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा' निकालने वाले मुख्यमंत्री चौहान के परिजनों ने नदी से रेत खनन कर बेशुमार दौलत कमाई है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा कहा कि राज्य में 144 दिन की सेवा यात्रा निकाली जा रही है। मुख्यमंत्री एक तरफ नर्मदा को मां कहते हैं, मगर मुख्यमंत्री के ही गृह जिले सीहोर के आसपास के नर्मदा के घाटों से प्रतिदिन 800 से 1000 ट्रक-डंपर अवैध रूप से रेत का खनन और परिवहन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि नर्मदा के घाटों पर रेत खनन के लिए 30 से 50 पोकलेन और जेसीबी मशीनें चल रही हैं।
मिश्रा का आरोप है कि ट्रकों-डपरों, जेसीबी, पोकलेन मशीनों पर चौहान इंटरप्राइज व चौहान ब्रदर्स लिखा हुआ है।
उन्होंने सवाल किया कि इन वाहनों के मालिक कौन है, इसका खुलासा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि इन मशीनों और वाहनों के वास्तविक मालिक मुख्यमंत्री के परिजन हैं। यही कारण है कि इन वाहनों से होने वाले हादसों के आरोपियों पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती।
मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि माफियाओं ने रेत चोरी करने के लिए सीहोर जिले की सीमा जोशीपुर-जर्रापुर क्षेत्र में नर्मदा नदी पर 600 मीटर लंबा अस्थायी पुल भी बना दिया है, जहां से रात-दिन ट्रॉली-डंपरों की आवाजाही जारी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि जीवनदायिनी 'मां नर्मदा' के प्रति सम्मान दिए जाने की गुजारिश करने वाले मुख्यमंत्री क्या यह भी बताएंगे कि अवैध कारोबार करने वालों को किसका राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है?
कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह यह भी सार्वजनिक करें कि नर्मदा नदी से रेत का अवैध भंडारण, खनन, परिवहन और कालाबाजारी करने वाले समूह में आखिरकार कौन लोग हैं।
Source : IANS