मध्यप्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण और पौधरोपण के प्रति जनजागृति लाने के मकसद से गठित की गई पांच संतों की विशेष समिति पर कांग्रेस ने हमला बोला है। कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोटालों पर पर्दा डालने के लिए सौदेबाजी पर उतर आए हैं और उन्होंने इसीलिए बाबाओं को लुभाया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'सीएम शिवराज अपने कार्यकाल में हुए घोटालों पर पर्दा डालने के लिए अब सौदेबाजी पर उतर आए हैं।'
उन्होंने कहा, 'नर्मदा किनारे पौधरोपण घोटाले का पर्दाफाश का ऐलान करने वाले बाबाओं को प्रलोभित करने के लिए मुख्यमंत्री ने 'नर्मदा किनारे जन जागरूकता हेतु विशेष समिति' गठित की है और यह लोकतंत्र, राजनीति के साथ ही शिवराज सिंह चौहान की छवि पर काला धब्बा है।'
सिंह ने कहा, 'इससे इस बात की पुष्टि भी होती है कि नर्मदा सेवा यात्रा और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के नाम पर 6.67 करोड़ पौधे रोपने में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है।'
और पढ़ें: हल्की बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, निफ्टी 10250 के पार, सेंसेक्स में 40 अंकों की बढ़त
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मंगलवार को पांच संतों की एक विशेष समिति के गठन का ऐलान कर उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। जो काफी चर्चा में है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि बीजेपी की जाती हुई सरकार और अपने घोटालों को उजागर होने से पहले सीएम शिवराज ने पद का दुरूपयोग और सत्ता की सौदेबाजी शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा, 'नर्मदा किनारे हुए पौधरोपण घोटाले पर यात्रा निकालने वाले बाबाओं को राजा महाराजा के समान जो रेवड़ी बांटनी मुख्यमंत्री ने शुरू की है, वह मध्यप्रदेश की राजनीति में एक घृणित अध्याय की शुरुआत है।'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम चुनाव जीतने के लिए प्रदेश को लूटने और बेचने का अभियान चला रहे हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री ने बाबाओं के साथ जो सौदेबाजी की है, इससे लगता है कि व्यापमं, डंपर जैसे मामलों में भी उन्होंने सौदेबाजी कर अपने पाप को छिपा रखा है।
और पढ़ें: ट्रंप के फैसले पर चीन के पलटवार से ट्रेड वार की औपचारिक शुरुआत, क्या संभल पाएगा बाजार !
Source : IANS