देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर के केंद्रीय जेल के नौ और कैदी कोविड-19 से संक्रमित पाये गये हैं. नये मामलों के बाद जेल में महज 14 दिन के अंतराल में इस महामारी की जद में आये लोगों का आंकड़ा बढ़कर 19 पर पहुंच गया है जिनमें दो जेल प्रहरी भी शामिल हैं. केंद्रीय जेल के अधीक्षक राकेश कुमार भांगरे ने मंगलवार को बताया कि जेल के मुख्य परिसर से पहले ही पृथक कर एक अस्थायी कारागार में रखे गये 124 कैदियों में से नौ लोग जांच में कोविड-19 संक्रमित पाये गये हैं.
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इन कैदियों को स्क्रीनिंग के दौरान महामारी के लक्षण पाये जाने पर अलग किया गया था. भांगरे ने बताया कि अब तक हमारे जेल के कुल 17 कैदियों और दो प्रहरियों में कोविड-19 की पुष्टि हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन को संदेह है कि शहर के चंदन नगर में सात अप्रैल को कर्फ्यू ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस आरक्षक पर पथराव के आरोपियों में शामिल 58 वर्षीय व्यक्ति के सींखचों में बंद होने के बाद इस उच्च सुरक्षा वाले कारागार में संक्रमण फैला. भांगरे ने बताया कि पथराव के मामले में 58 वर्षीय व्यक्ति का बेटा भी आरोपी भी है. पुलिस ने 25 साल के इस शख्स को मामले में तीन अन्य लोगों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार कर जबलपुर के जेल भेज दिया था.
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इंदौर स्थित केंद्रीय जेल के अधीक्षक ने बताया कि जबलपुर में करायी गयी जांच में 25 वर्षीय आरोपी में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी. हमें 11 अप्रैल को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, हमने अपने जेल में बंद उसके पिता को तुरंत एक अस्पताल में भर्ती कराते हुए उसकी जांच करायी थी. जांच की 14 अप्रैल को आयी रिपोर्ट में वह भी कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया था. जेल के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 1,230 कैदियों की क्षमता वाले केंद्रीय जेल में अभी करीब 2,050 लोग बंद हैं. उन्होंने बताया कि हम जेल के सभी कैदियों की रोज स्क्रीनिंग कर रहे हैं. सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या वाले कैदियों को लगातार पृथक किया जा रहा है.
Source : Bhasha