देश के सबसे बड़े टीकाकरण की सभी तैयारियां मध्य प्रदेश में पूरी कर ली गईं. शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination Day) का अभियान शुरु हो रहा है. राज्य के चार लाख 17 हजार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीकाकरण किया जाएगा. वहीं गर्भवती महिलाओं और 18 साल से कम की आयु के बच्चों का टीका नहीं लगाया जाएगा.
कोरोना टीकाकरण की शुरुआत शनिवार को सुबह साढे 10 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करने वाले हैं. इस अभियान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए राज्य के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग से चर्चा की और उन्होंने मध्यप्रदेश में कोविड की तैयारी और किये गये प्रयासों की सराहना की.
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मंत्री डॉ. चौधरी और श्री सारंग ने मीडिया कार्यशाला में बताया कि प्रथम चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स को यह वैक्सीन दी जाएगी. इसी दिन मध्यप्रदेश की 150 स्वास्थ्य संस्थाओं पर भी वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा. यह सभी संस्थाएं वेवकास्टिंग के माध्यम से केंद्रीय कार्यक्रम के शुभारंभ के साथ जोड़ी जायेंगी. कोविड वैक्सीनेशन तीन चरण में किया जायेगा. पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स और दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर जैसे पुलिस एवं डिफेंस कर्मचारी, राजस्व कर्मचारी, नगर निकायों के कर्मचारियों को वैक्सीन दी जाएगी. तीसरे चरण में 50 वर्ष की आयु से ऊपर तथा 50 वर्ष के आयु से कम कोमार्विड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
मध्यप्रदेश में प्रथम चरण में लगभग चार लाख 17 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स को चरणबद्ध तरीके से वैक्सीनेट किया जाएगा. शुरू के पहले हफ्ते में 150 स्वास्थ्य संस्थाओं पर लगभग 57 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स, दूसरे हफ्ते में 177 स्वास्थ्य संस्थाओं से संबद्ध लगभग 55 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जाएगा. इन्हीं हेल्थ केयर वर्कर्स को 28 दिनों के बाद दूसरी डोज भी लगाई जाएगी. चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी चार लाख 17 हजार हेल्थ केयर वर्कर्स का समयबद्ध वैक्सीनेशन सुनिश्चित किया जायेगा.
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प्रदेश को प्रथम चरण में कोविशील्ड वैक्सीन के पांच लाख छह हजार 500 डोज प्राप्त हो चुके हैं. यह वैक्सीन सभी जिलों को आवश्यकतानुसार आवंटित की गई है. प्रत्येक सेशन साइट पर 3 कमरों की व्यवस्था होगी, इसमें वेटिंग हॉल, वैक्सीनेशन कमरा, ऑब्जर्वेशन कमरा होगा. इसके अतिरिक्त प्रत्येक साइट पर पानी पीने की व्यवस्था, शौचालय, आवश्यक संसाधन जैसे- सीरिंज, मास्क, सेनेटाइजर एवं बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था की जायेगी.
बताया गया है कि कोविशील्ड एवं को-वैक्सीन दोनों प्रकार की वैक्सीन में कोई अंतर नहीं है. इनको सभी विशेषज्ञों द्वारा सुरक्षित बताया गया है. केंद्र सरकार द्वारा इनकी सेफ्टी की पुष्टि की गई है. दोनों वैक्सीन का उपयोग गर्भवती महिलाओं, 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा वैक्सीन से एलर्जी वाले लोगों में वर्जित है.
Source : IANS