मध्य प्रदेश में कोरोना के मरीज एक बार फिर बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटों में 159 नए पॉजिटिव मरीज आए हैं. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 928 हो गई है, लेकिन वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाने में लोगों की रुचि नहीं है. केंद्र सरकार ने 15 जुलाई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए बूस्टर डोज को फ्री कर दिया है. 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए पहले से ही बूस्टर डोज फ्री है उसके बावजूद भी लोग बूस्टर डोज नहीं लगवा रहे हैं.
18 से 60 वर्ष के लोगों केा अभी तक वैक्सीन का तीसरा डोज निर्धारित राशि देकर लगा रहा था. इस आयु वर्ग में केवल 3.9 प्रतिशत लोगों ने बूस्टर डोज लगवाया. 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को फ्री बूस्टर डोज लगाया जा रहा है. इसके बावजूद बुजुर्गों में भी तीसरे डेाज को लेकर रुझान काफी कमजोर है. केवल 20 प्रतिशत लोगों ने ही वैक्सीन का तीसरा डोज लगवाया है.
हेल्थ केयर वर्कस में से 76 प्रतिशत ने बूस्टर डोज लगवाया है. फ्रंट लाइन वर्कस में से 88 प्रतिशत ने बूस्टर डोज लगवा लिया है. सरकार अब बड़े पैमाने पर बूस्टर डोज लगाने का अभियान चलाने जा रही है. कोरोना संक्रमण जिस प्रकार कभी भी बढ़ने लगता है तो सरकार चाहती है कि तीसरा डोज भी लोग लगवा लें.
कोरोना की तीसरी लहर घातक न होने के कारण लोगों के मन से डर निकल गया है. यही एक बड़ा कारण माना जा रहा है कि लोग तीसरा डोज नहीं लगवा रहे हैं. 18 वर्ष से 60 वर्ष तक के लोगों को अभी तक मुफ्त बूस्टर डोज नहीं लग रहा था. ऐसे में उन्होंने तो इसे लगवाने में बिल्कुल भी रुचि नहीं दिखाई.
राज्य सरकार के प्रवक्ता गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन का तीसरा डोज फ्री लगाए जाने का निर्णय कर बड़ी सौगात दी है. ऐसे में अब अधिक से अधिक लोगों को तीसरा डोज लगवाना चाहिए.
Source : Nitendra Sharma