छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) में महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) ने तांडव मचा रखा है. कोरोना को लेकर दुर्ग जिले में हालात ये है कि यहां के श्मशान घाट में भी अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची हुई है. शुक्रवार को दुर्ग जिला हॉस्पिटल शवगृह (Mortuary) से एक बेहद ही डरावनी तस्वीर सामने आई. यहां कुल 22 शव कोरोना के संदिग्ध मरीजों कमरे में रखे गए थे. इसमें 8 शव फ्रिजर और शेष 14 शव खुले में बेतरतीब ढंग से पड़े हुए थे. बताया जा रहा है कि इन सभी लोगों की मौत गुरुवार शाम को हुई थी. खबरों के मुताबिक, जिला अस्पताल में शवों को रखने की जगह नहीं बची है. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि प्रशासन आनन-फानन में शवों को जलाना शुरू कर दिया है. दुर्ग कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे का कहना है कि प्रशासन स्थिति पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है. लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है.
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बता दें कि महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus Covid-19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दुर्ग में पूर्ण लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है. प्रशासन ने शुक्रवार को ऐलान किया दुर्ग में 6 से 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा. कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आम नागरिकों से अपील की है कि सहयोग करें. जिले में संक्रमण के तेज प्रसार को नियंत्रित करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना की गतिशीलता को नियंत्रित किया जाए.
गौरतलब है कि भारत ने पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 89,129 नए मामले दर्ज किए, जो सितंबर 2020 के बाद से सबसे अधिक दैनिक मामले हैं। इसके साथ ही शनिवार को कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,23,92,260 तक पहुंच गई। देश में तीन सप्ताह से अधिक समय से कोरोना मामलों में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है। महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा जैसे राज्य 'गंभीर चिंता' के विषय हैं। 16 सितंबर, 2020 को दैनिक मामले चरम पर थे, जब एक दिन में 97,894 मामले आए थे।
Source : News Nation Bureau