देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी का प्रकोप कायम है और पिछले 24 घंटे में यहां 53 नये मामलों की पुष्टि के साथ ही इस महामारी के मरीजों की तादाद 3,486 से बढ़कर 3,539 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने यह भी बताया कि कोविड-19 से संक्रमित 72 और 51 वर्षीय महिला और 66 वर्षीय पुरुष ने क्रमशः 31 मई, 10 मई और 13 मई को दम तोड़ दिया.
तीनों मरीजों की मौत शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान हुई. उन्होंने बताया कि कोविड-19 से मौत के इन तीन मामलों के बाद जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 135 पर पहुंच गयी है. जिले में कोविड-19 से मरने वाले लोगों का आधिकारिक ब्योरा देरी से दिये जाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
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गैर सरकारी संगठनों का आरोप है कि विभाग इन मौतों का खुलासा "अपनी सुविधानुसार" कर रहा है. इस आरोप पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 से मरीजों की मौत को लेकर विभाग को कुछेक मामलों में अस्पतालों से देरी से जानकारी मिली है और इस विलम्ब को लेकर संबंधित अस्पतालों से जवाब तलब किया गया है.
इलाज के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त होने पर अब तक जिले के 1,990 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है. कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण मद्देनजर इंदौर जिला रेड जोन में बना हुआ है. जिले में इस प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी.
Source : Bhasha