कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्वियज सिंह ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का 'एक फर्जी वीडियो साझा करने' के मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का शिकायत पत्र पुलिस को बुधवार को सौंपा. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान चौहान के इस ट्वीट को स्मृति ईरानी ने री-ट्वीट किया था.
इससे पहले सोमवार को पुलिस ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार की शराब नीति पर चौहान के पुराने बयान (12 जनवरी 2020) के ‘‘संपादित’’ वीडियो को प्रसारित करने के आरोप में दिग्विजय सिंह और 11 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. बुधवार सुबह दिग्विजय अपने अनेक समर्थकों के साथ भोपाल पुलिस की अपराध शाखा के कार्यालय में पहुंचे और इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को एक शिकायत पत्र पेश किया.
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अपराध शाखा के कार्यालय के बाहर दिग्विजय ने कहा, ‘‘शिवराज सिंह चौहान ने भी वहीं अपराध किया है जिसके लिए मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी. यदि मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिये. हमने पुलिस से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है जैसा कि उन्होंने मेरे खिलाफ किया.’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ मैंने चौहान को पत्र लिखा था कि उनके (चौहान के) निर्वाचन क्षेत्र बुधनी में आदिवासियों को 450 करोड रुपये का चूना लगाया गया. मैंने लिखा कि अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो मुझे मुख्यमंत्री के आवास के बाहर धरने पर बैठने के लिये मजबूर होना पड़ेगा. इसके बाद मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी.’’
दिग्वियज ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मामले दर्ज कर प्रताड़ित किया जा रहा है और पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस को पहले वीडियो के स्त्रोत की जांच करनी चाहिए और जिसने इसे संपादित किया हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिये.
भोपाल पुलिस की अपराध शाखा को सौंपे गये अपने शिकायत पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि चौहान ने 16 मई को जनता के बीच राहुल गांधी की छवि खराब करने के लिए राहुल गांधी का एक फर्जी वीडियो ट्वीट किया. दिग्विजय ने इस शिकायत के साथ कुछ प्रमुख समाचार पोर्टलों के लिंक भी प्रस्तुत किये.
शिकायत के मुताबिक चौहान ने ट्वीट किया था, ‘‘ अरे! ये क्या? राहुल जी, भाषण में ही सही, समय पर किसान क़र्ज़ माफ़ी न करने पर आखिरकार आपने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बदल ही दिए! क्या बात है? आप जैसे महान व्यक्ति ही ऐसे बड़े काम चुटकी में कर सकते है.’’
चौहान ने इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी का एक वीडियो भी साझा किया था. जिसमें राहुल गांधी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हुकुम सिंह कराड़ा जी , कहते हुए बताया गया था. कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी के मूल वीडियो को संपादित कर यह वीडियो शेयर किया गया. शिकायत के साथ दिग्विजय ने राहुल गांधी का मूल वीडियो भी संलग्न किया.
दिग्विजय ने शिकायत में कहा कि चौहान के इस ट्वीट को री ट्वीट कर स्मृति ईरानी ने भी इस आपराधिक कार्य में चौहान की मदद की है. दिग्विजय ने चौहान, ईरानी और उनके सहयोगियों के खिलाफ धारा 420, धारा 465, धारा 469, धारा 500 तथा अन्य धाराओं और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के मांग की है. इसबीच, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी, अपराधा शाखा) निश्चल झारिया ने बताया कि इस संबंध में एक पत्र प्राप्त हुआ है. मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.
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इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 'यह बेहतर होता यदि उन्होंने किसानों को दो लाख रुपये की कर्ज माफी नहीं होने पर शिकायत की होती, बेरोजगारी भत्ता नहीं देने, लड़कियों को स्कूटी और लैपटाप नहीं देने पर शिकायत की होती.'
उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बाद वह (दिग्विजय सिंह) गायब हो जायेगें. गौरतलब है कि किसान फसल ऋण माफी, लड़कियों को स्कूटी और लैपटॉप देना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वादे में शामिल था.