मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ने फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या की वजह अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज होने की बात सामने आ रही है. पुलिस आत्महत्या के कारण की जांच कर रही है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, चुनहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सक डॉ. शिवम मिश्रा ने रविवार को अपने घर पर फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
सूत्रों के अनुसार, डॉ मिश्रा के खिलाफ स्वास्थ्य केंद्र की नर्स ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर डॉ. मिश्रा के खिलाफ एट्रोसिटी (दलित उत्पीड़न) ऐक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया था. इसके बाद से ही वह काफी डरे हुए थे.
चुरहट के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओ,पी) शैलेंद्र श्रीवास्तव ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि डॉ. मिश्रा के खिलाफ नर्स ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर जांच हुई और वह दोषी पाए गए। इस पर मामला भी दर्ज हुआ था. उनका यहां से तबादला हो चुका था लेकिन वह कार्यमुक्त नहीं हुए थे.
श्रीवास्तव के अनुसार, मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस आत्महत्या के कारण की जांच कर रही है.
Source : IANS