Mahakaleshwar Temple: 27 सितंबर को मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर के पास दीवार गिर गई. महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. मामले में प्रशासन ने लापरवाही बरतने वाले दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इस घटना में थाना प्रभारी अजय वर्मा और एसआई भंवर सिंह पर प्रशासन की गाज गिरी है. इन पर आरोप लगा है कि सड़क पर बैठे अतिक्रमणकारियों को नहीं समय रहते नहीं हटाया गया.
महाकाल की दीवार गिरने के मामले में हुई कार्रवाई
बता दें कि शुक्रवार को महाकाल मंदिर के सामने एक दीवार अचानक से गिर गई. इस घटना में चार लोग दब गए. चारों में से दो लोगों की मौत हो गई. वहीं, 2 लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि पड़ोस में ही एक मकान है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से स्टे ऑर्डर दिया गया था. जिसकी वजह से नजदीक में स्थित होटल के गार्डन का पानी बाहर नहीं निकल पा रहा था और पानी जमा होने की वजह से दीवार की मिट्टी फूल गई और दीवार ढह गई. घटना के तुरंत बाद मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और उन्होंने सड़क से मलबे को हटाया.
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घटना में दो लोगों की मौत, 2 लोग गंभीर रूप से घायल
दरअसल, जहां हादसा हुआ वहां अतिक्रमणकारी दुकान लगा रहे थे. पुलिस प्रशासन ने अतिक्रमण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की और इस बीच यह हादसा घटित हुई. इस घटना को लेकर नगर निगम के कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.
सीएम ने की मुआवजे की घोषणा
घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि सभी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी. बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर के सामने गेट नंबर 4 के पास यह घटना घटी. इस पूरे घटनाक्रम की अभी भी जांच जारी है.
लाखों की संख्या में दर्शन के लिए पहुंचते हैं भक्त
आपको बता दें कि महाकाल के दर्शन के लिए देश-विदेश से लोग यहां पहुंचते हैं. भगवान शिव के महाकाल स्वरूप का वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है. हर साल लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने और भस्म आरती देखने के लिए यहां पहुंचते हैं.