ग्वालियर पूर्व सीट पर उपचुनाव का मुकाबला बेहद ही दिलचस्प नजर आ रहा है. क्योंकि अक्सर चुनावी मैदान में एक पार्टी से होते थे, लेकिन उनकी पार्टी इस बार बदल चुकी है. सबसे बड़ी बात यह होगा कि सिंधिया की प्रतिष्ठा वाली इस सीट पर आखिर किस पार्टी को जनता का जनता देश मिलता है. दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव जीत कर कमलनाथ की सरकर बनी.
यह भी पढ़ें : By Election : गोहद विधानसभा सीट का जानिए 1957 से 2018 तक का इतिहास
वहीं, ज्योतिरादित्या सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी और बीजेपी में शामिल हो गए, जिसके बाद एमपी में कमलनाथ की कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और गिर गई. क्योंकि सिंधिया के साथ उनके कई समर्थक विधायक ने भी कांग्रेस सरकार से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए. ग्वालियर पूर्व सीट पर 2018 में कांग्रेस से मुन्ना लाल गोयल ने जीत दर्ज की थी. जिन्होंने कांग्रेस ने छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. जिसके बाद से यह सीट खाली है और अब इस सीट पर 3 नवंबर को मतदान होगा.
यह भी पढ़ें : By Election : सांवेर विधानसभा सीट पर पहली बार हो रहा है उपचुनाव, जानें इतिहास
पिछले चुनावों में क्या हुआ ?
साल 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से मुन्नालाल गोयल ने बीजेपी के सतीश सिकरवार को 17819 वोटों से हराया था. तब बसपा को सीट पर 5 हजार वोट मिले थे. साल 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की माया सिंह ने कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल को 1147 वोटों से हराया था तब बसपा को 17 हज़ार वोट मिले थे. साल 2008 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के अनूप मिश्रा ने कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल को करीब 1500 वोटों से हराया था तब बसपा को 14900 वोट मिले थे.
Source : News Nation Bureau