देशभर में व्याप्त NRC और CAA का विरोध का असर अब मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भी दिखने लगा है. दरअसल कटनी के दिलावर चौक में बच्चों से लेकर महिलाएं बड़ी संख्या में एकत्रित होकर NRC और CAA का पुरजोर विरोध में जुट गए हैं. यहां धरना प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बताया कि कटनी को शहीनबाग-2 बनाने की जरूरत है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि देश में NRC और CAA काला कानून है. जिसका हम सब विरोध कर रहे हैं. ये धरना प्रदर्शन तब तक चलेगा, जब तक ये कानून वापस ना ले लिया जाए. वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने हिदुस्तान जिंदाबाद से लेकर हम लेकर रहेंगे आजादी के नारे लगाए. कोतवाली पुलिस प्रदर्शन वाली जगह पर पुलिस भी मोर्चा संभालते हुए नजर आईं.
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नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश में हिंसा रातों रात नहीं फैली बल्कि इसे प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया. हिंसा फैलाने के लिए भारी मात्रा में पैसा जमा किया गया. हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का नाम सामने आने के बाद जांच में कई खुलासे हो रहे हैं. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम से 27 बैंक खाते खोले गए. इनमें 9 बैंक खाते रिहैब इंडिया फाउंडेशन के हैं, जो पीएफआई से जुड़े संगठन हैं. इसी संगठन ने 17 अलग-अलग लोगों और संगठन के नाम पर 37 बैंक खाते खोले हैं.
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जांच में सामने आया कि 73 खातों में लगभग 120 करोड़ रुपये जमा किए गए थे, लेकिन बाद में खातों में मामूली राशि छोड़ दी गई थी. पैटर्न के मुताबिक पैसा जमा करने वालों को एक बार में 50 हजार रुपये से कम जमा करने का निर्देश दिया गया था. पीएफआई के 15 बैंक खातों में लेनदेन की तारीखें भी हिंसा की तारीखों से मेल खाती हैं. यह हिंसक विरोध और पीएफआई के बीच एक संबंध बनाता है. जांच में सामने आया कि सीएए पास होने के बाद पीएफआई के 15 बैंक खातों में 4 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं. दिसंबर से जनवरी के बीच पीएफएफ के इन बैंक खातों से 1.34 करोड़ रुपये निकाले गए.