मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए विशेषज्ञों की सीधी भर्ती करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि बेहतर स्वास्थ्य लोगों का अधिकार हो, इसके लिए 'राइट टू हेल्थ' की दिशा में विचार किया जाये. मुख्यमंत्री गुरुवार को मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट उपस्थित थे.
यह भी पढ़ें- PM Narendra modi Oath Ceremony : नरेंद्र सिंह तोमर और थावर चंद गहलोत मंत्री, प्रह्लाद पटेल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बने
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मरीजों की विशेषकर, ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों की सुविधा को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के उपलब्ध रहने का समय पूर्वान्ह 9 से अपरान्ह 4 बजे तक निर्धारित किया जाना चाहिए. उन्होंने मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल परिसर में निजी भागीदारी में डायग्नोस्टिक सेंटर स्थापित करने को कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा और लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के बीच बेहतर तालमेल की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अधिक से अधिक कॉर्पोरेट-सोशल रेस्पांसिबिलिटी फंड लाने की दिशा में विशेष प्रयास करने को कहा.
यह भी पढ़ें- सतना में सीएमओ के घर पर पड़ी लोकायुक्त की रेड, आय से अधिक संपत्ति मामले में हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सूचकांकों के बीच के अंतर को समाप्त करने के लिए लक्ष्य और समय आधारित रणनीति बनायी जाये. मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर परिणाम आधारित योजनाएं बनायें. मुख्यमंत्री ने निजी नर्सिंग कॉलेजों में फैकल्टी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये.
यह भी पढ़ें- किसानों के हित में मध्य प्रदेश सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, पढ़ें पूरी खबर
कमलनाथ ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि डॉक्टर्स अस्पतालों में समय पर उपलब्ध हों और विशेषज्ञों की सेवाएं मरीजों को मिले. उन्होंने कहा कि स्वस्थ मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के लिए जरूरी है कि स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं का हर स्तर पर उन्नयन कर उन्हें बेहतर बनाया जाये. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एम.डी. पीएस वेब सर्विस का शुभारंभ किया.
यह वीडियो देखें-