मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में एक पुजारी को उसके मेजबानों द्वारा कथित तौर पर पीटने का मामला सामने आया है. जिस पिता-पुत्र ने पुजारी को पिटने की वारदात को अंजाम दिया, उन्होंने ही इस पुजारी से अपने यहां सत्यनारायण कथा (Satyanarayan Katha) करवाई थी. बताया जाता है कि पुजारी की पिटाई इस संदेह के आधार पर किया गया कि उसके द्वारा 'सत्यनारायण पूजा' के दौरान किए गए अनुष्ठानों के गलत परिणाम सामने आए हैं. घटना की जानकारी देते हुए चंदननगर थाना प्रभारी अभय नेमा ने सोमवार को मीडिया से बताया कि राजस्थान के कोटा निवासी पुजारी कुंजबिहारी शर्मा (Kunj Bihari Sharma) को कार्यक्रम के मेजबान और उसके दो बेटों ने पुजा कराने के बाद गुरुवार रात पीटा.
पुजारी ने ये सुनाई अपनी आप बीती
इसके बाद पुजारी को शर्मा के पड़ोसियों ने खून से लथपथ हालत में पुलिस स्टेशन ले कर पहुंचे. थाने पहुंचने के बाद 60 वर्षीय पुजारी ने कहा कि उन्हें लक्ष्मीकांत शर्मा के घर में अनुष्ठान करने के लिए आमंत्रित कर राजस्थान से बुलाया गया था. उन्होंने बहुत अच्छे से कार्यक्रम को संपन्न कराया. इसके बाद वे सोने चले गए. इसके बाद देर रात लक्ष्मीकांत शर्मा (Laxmikant Sharma) और उनके बेटे विपुल और अरुण ने मुझे बुरी तरह पीटा. इस दौरान विपुल ने मेरे कान के लोब को भी काट दिया. पुजारी ने कहा कि पड़ोसियों ने उसे बचा लिया और इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
हमलावर ने बचाव में दिया ये अजीब तर्क
हमलावरों ने दावा किया कि शिकायतकर्ता द्वारा गलत तरीके से अनुष्ठान किए जाने के बाद अरुण ने अजीब व्यवहार करना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से उसकी पिटाई करने पर मजबूर होना पड़ा. वहीं, आरोपियों के पड़ोसियों ने कहा कि पूजा इसलिए की गई थी, क्योंकि अरुण को शादी के लिए उपयुक्त दुल्हन नहीं मिल रही थी।पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही लक्ष्मीकांत शर्मा और उसके बेटों विपुल और अरुण को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
Source : News Nation Bureau