ग्वालियर में रहने वाले बघेल परिवार की एक लड़की ममता की कतर के दोहा में मौत हो गई. परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि 27 नवंबर 2015 को उन्होंने ममता बघेल की शादी छतरपुर के रहने वाले कप्तान सिंह के साथ की थी. दहेज में 13 से 14 लाख रुपए भी दिए थे. ममता का पति रविंद्र कतर एयरवेज में जॉब करता है और वह दोहा में फ्लैट लेकर रहता है. शादी के बाद ममता भी दोहा में उसके साथ रहने लगी.
परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि रविंद्र पिछले कुछ दिनों से दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा था. मौत से पहले ममता ने ग्वालियर में रह रहे भाई और परिजनों को आपबीती बताई थी. उसके व्हाट्सएप चैट भी उसने भेजे थे. साथ ही अपने पति से जान का खतरा बताते हुए उसने कहा था कि वह उसे बार-बार जान से मारने की धमकी देता है. इस बीच अचानक 27 दिसंबर 2018 को ममता की मौत की खबर आ गई. ग्वालियर में झांसी रोड के पारस बिहार में रहने वाले रामेश्वर बघेल ने अपनी बहन ममता की डेड बॉडी की मांग की है.
उनका कहना है कि वह दोबारा ग्वालियर में पोस्टमार्टम करना चाहते हैं और उसके बाद खुद ही अंतिम संस्कार करेंगे. मृतक ममता के शव की मांग के लिए परिजनों ने कलेक्टर ग्वालियर, प्रधानमंत्री कार्यालय, भारतीय दूतावास और पुलिस अधीक्षक से लेकर कमिश्नर कार्यालय तक में मांग की है और कहा है कि आरोपी को उसके किए की सजा मिलनी चाहिए.
Source : News Nation Bureau