कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुये केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Union Civil Aviation Jyotiraditya Scindia ) की जिद ग्वालियर में महापौर प्रत्याशी तय करने मे आड़े आ रही है। भाजपा ने 16 नगर निगमों में से 15 के महापौर प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं लेकिन ग्वालियर का टिकट अभी तक तय नहीं हो पा रहा है। ग्वालियर के टिकट केा लेकर सिंधिया के साथ केन्द्रिय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की भी बैठक हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पा रहा है।
सिंधिया ने ग्वालियर से पूर्व मंत्री माया सिंह का नाम प्रस्तावित किया था। माया सिंह का नाम उम्र के मापदंड में नहीं बैठ पा रहा है। इसके साथ ही सामान्य महिला के लिये रिजर्व सीट से भाजपा ओबीसी प्रत्याशी को उतारने में हिचकिचा रही है। सिंधिया ने इसके बाद बड़ा दांव चलते हुये पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा की पत्नी शोभा मिश्रा का नाम आगे बड़ा दिया है। इस नाम पर किसी की सहमति न बनने के कारण ग्वालियर का मामला अटका हुआ है।
तोमर ग्वालियर में सुमन शर्मा को टिकट दिलाना चाह रहे हैं। सिंधिया इस नाम पर सहमत नहीं हैं। इसके अलावा पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता और खुशबू गुप्ता भी दावेदार हैं लेकिन सिंधिया किसी नाम पर सहमत नहीं हो रहे हैं। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार कोई बड़ा चुनाव हो रहा है। ऐसे में उनके तेवर भाजपाइयों केा चौंका रहे हैं। कांग्रेस मीडिया कमेटी के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस की गुटबाजी की बीमारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही भाजपा में प्रवेश कर गयी है जिससे अब भाजपा के सारे नेता परेशान हो रहे हैं।
Source : Nitendra Sharma