मध्य प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच सूबे के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को बेपरवाह लहजे में कहा कि वह किसी भी कार्यक्रम में मास्क नहीं पहनते हैं. उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्षी कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा पर सवाल दागा है कि क्या कोविड-19 से बचाव के नियम-कायदे केवल आम लोगों पर लागू होते हैं? मिश्रा, प्रदेश सरकार की गरीब कल्याण आधारित 'सम्बल' योजना से जुडे़ कार्यक्रम में भाग लेने इंदौर आये थे.
इस कार्यक्रम में उनके मास्क नहीं लगाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैं किसी भी कार्यक्रम में (मास्क) नहीं पहनता. इसमें क्या होता है? गृह मंत्री से जब पूछा गया कि क्या वह किसी विशेष कारण से मास्क नहीं पहनते, तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि वह इसे पहनते ही नहीं हैं. मिश्रा के पास जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य विभाग भी है.
जब वह संवाददाताओं से बात कर रहे थे, तब भी उन्होंने मास्क नहीं पहन रखा था. हालांकि, उनके पास ही खडे़ राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और अन्य भाजपा नेताओं ने महामारी से बचाव के लिए मास्क लगाया हुआ था. उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने मास्क नहीं लगाने को लेकर मिश्रा के बयान के वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, है कोई माई का लाल जो नियमों के उल्लंघन पर इन पर कार्रवाई का साहस दिखा सके? नियम सिर्फ जनता के लिये? इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इंदौर जिले में अब तक महामारी के कुल 20,834 मरीज मिले हैं. इनमें से 516 मरीजों की मौत हो चुकी है. इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इन जगहों पर मास्क नहीं पहनने वाले हर व्यक्ति से मौके पर ही 200 रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है.
Source : Bhasha