मध्य प्रदेश के देवास में बहुचर्चित हनीट्रैप की मुख्य सूत्रधार जोया उर्फ मोनिसा डेविड को पुलिस ने 15 दिन बाद भीलवाड़ा राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है. एमपी पुलिस जोया को लेकर पुलिस देवास पहुंची और कोतवाली में उससे पूछताछ की. यह माना जा रहा है कि जोया की गिरफ्तारी के बाद अब कई बड़े राज खुल सकते हैं और ब्लैकमेलिंग के दूसरे मामले भी उजागर हो सकते हैं. हालांकि अभी भी हनीट्रैप कांड में आरोपी बनाए गए दो डॉक्टर संतोष दभाड़े व महेंद्र गालोदिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
आपको बता दं कि शहर के सिविल लाइन स्थित प्राइम हास्पिटल के संचालक डॉ. पवन चिल्लोरिया को हनीट्रैप में फंसाने और 9 लाख रुपये ऐंठने का मामला सामने आया. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने जोया उर्फ मोनिसा डेविड, डॉ. संतोष दभाड़े, डॉ. महेंद्र गालोदिया के खिलाफ धारा 384, 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया, किंतु अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी.
इस मामले में डॉ. चिल्लोरिया ने अपनी शिकायत के दौरान तीन वकीलों का भी जिक्र किया था, उनसे भी शहर कोतवाली पुलिस ने बयान लिए हैं. इसी बीच गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर देवास पुलिस ने भीलवाड़ा राजस्थान जाकर छापेमारी की और जोया को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस देर शाम को जोया को लेकर देवास पहुंची और सीधे कोतवाली ले गई, जहां पर टीआई महेंद्रसिंह परमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जोया से पूछताछ की.
पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जोया और उसके साथियों ने अब तक किन-किन लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल किया है. साथ ही इस मामले में अभी और कितने लोग शामिल हैं. टीआई महेंद्र सिंह परमार ने बताया कि जोया की गिरफ्तारी हो चुकी है और उसे शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा. वहीं, अन्य दो डॉक्टरों को भी जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा.
Source : News Nation Bureau