गर्मी लगातार पैर पसारती चली जा रही है. उल्टी, दस्त, बुखार समेत अन्य मौसमी बीमारियों से मासूम बच्चों की सेहत बिगड़ रही है. सिंगरौली जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में इन दिनों इन्हीं मौसमी बीमारियों की चपेट में आए मासूमों को रोजाना भर्ती किया जा रहा है. लगातार बीमार बच्चों के कारण हालत गंभीर हो चले हैं.
रोजाना भर्ती होने वाले बच्चों के मुकाबले बेड कम पड़ गए हैं. चिल्ड्रेन वार्ड में फिलहाल 18 बेड की सुविधा है. लेकिन रविवार को यहां कुल 41 बीमार बच्चों को भर्ती किया जा चुका है. सुनने में यह बात जितनी अटपटी है उतनी ही यह देखने में अटपटी लगेगी. दरअसल एक ही बेड पर अस्पताल ने 2-3 बच्चों को भर्ती कर दिया है.
इसके कारण भर्ती होने वाले बच्चों और उनके परिजनों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उक्त मामले में हेल्थ कंसल्टेंट डॉक्टर डीडी मिश्रा ने बताया कि अलग-अलग रोगों से प्रभावित बच्चों को एक ही बिस्तर पर सुलाने से संक्रमण फैल सकता है, यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है और उन बच्चों के जीवन के साथ बड़ा खेल हो रहा है.
जिला चिकित्सालय के CHMO आर .पी. पटेल ने कहा कि गर्मियों के वजह से बीमारी बढ़ रही है. एक एक बेड पर दो से तीन बच्चों का इलाज करना गलत है. परंतु उन्हें लौटाया तो नहीं जा सकता. आरपी पटेल ने यह भी कहा कि बीमार बच्चों को एंटीबायोटिक भी दिया जा रहा है इसलिए किसी प्रकार का संक्रमण नहीं होगा.
Source : News Nation Bureau