मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लगातार एहतियाती कदम उठाए जा रहे है. इसी को देखते हुए तमाम छात्रावासों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. भोपाल (Bhopal) के जिलाधिकारी अविनाश लवानिया ने जिले के शासकीय जूनियर, सीनियर महाविद्यालयों के छात्रावास अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि आगामी आदेश तक कोरोना वायरस (Corona) संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु विभागीय छात्रावासों को बन्द रखा जाए. उल्लेखनीय है कि गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा भोपाल शहर के समस्त स्कूल व कॉलेजों में शिक्षण दिनांक 15 अप्रैल तक बंद रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं और उच्च शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक, स्नातकोत्तर विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं को ( वर्ष 2020-21 के लिए ) माह मई, जून 2021 में होगी.
इस बीच मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने बड़े फैसले लिए हैं. अब सरकारी दफ्तर सप्ताह में पांच दिन खुलेंगे, साथ ही सभी नगरीय क्षेत्रों में गुरुवार से रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालय आगामी तीन माह तक सोमवार से शुक्रवार तक सप्ताह में पांच दिन लगेंगे. शनिवार एवं रविवार को कार्यालय बंद रहेंगे.
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बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में आठ अप्रैल से प्रतिदिन आगामी आदेश तक प्रतिदिन रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा. साथ ही आगामी आदेश तक प्रत्येक रविवार को लॉकडाउन रहेगा. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि छिंदवाड़ा जिले में आठ अप्रैल की रात आठ बजे से आगामी सात दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. शाजापुर शहर में बुधवार (7 अप्रैल) रात आठ बजे से अगले दो दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा.
HIGHLIGHTS
- भोपाल के तमाम छात्रावास अनिश्चितकाल के लिए बंद
- बढ़ते कोरोना संक्रमण को देख शिवराज सरकार का फैसला
- इसके साथ ही उठाए गए अन्य सख्त एहितियाती कदम