धार के कैरम डैम मामले में मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि डैम के निर्माण कार्य से जुड़े आठ अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च स्तरीय जांच कराई थी. इस जांच में जिनके नाम सामने आए हैं उन अधिकारियों में CE, SE जैसे वरिष्ठ अफसर शामिल हैं, उन्हें निलंबित किया गया है, आगे भी इस मामले में कार्रवाई जारी रहेगी.
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मंत्री तुलसी सिलावट ने डैम की गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि डैम गुणवत्ता हीन नहीं था. डैम में अधिक पानी आ गया और बरसात के कारण डैम टूटा है. हालांकि, अभी मामले में जांच की जा रही है, जो भी तथ्य से निकल कर सामने आएंगे उस पर एक्शन लिया जाएगा.
इसके साथ ही तुलसी सिलावट ने गुलाम नबी आजाद की कांग्रेस पार्टी छोड़ जाने पर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्र से लेकर राज्य तक में कांग्रेस टूट कर बिखर रही है. मध्य प्रदेश में भी यही हाल है, यहां कांग्रेस में गुटबाजी है- एक खेमा कमलनाथ का है, दूसरा दिग्विजय सिंह तो तीसरा अजय सिंह राहुल भैया और चौथा अरुण यादव का खेमा है.
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कांग्रेस की हालत पर उनका शीर्ष नेतृत्व जिम्मेदार है, जबकि बीजेपी एक मजबूत संगठन है. उन्होंने कमलनाथ के 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने के दावों पर भी सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि कमलनाथ सिर्फ सपने देख रहे हैं, जबकि बीजेपी संगठन की मजबूती के साथ 2023 के लिए फिर से खड़ी है और 2023 का इलेक्शन बीजेपी ही जीतेगी.