मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक शख्स ने जिंदा रहते हुए अपनी तेरहवीं करवा ली. जो भी इस खबर के बारे में सुन रहा है वो हैरान है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि शख्स ने जिंदा रहते हुए ही अपना अंतिम संस्कार को भोज दे दिया. दरअसल, मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक सेवानिवृत्त शिक्षक ने अपने तेरहवीं का कार्यक्रम आयोजित किया और लोगों को अपने तेरहवीं पर आमंत्रित भी किया. बता दें कि दमोह के फुटेरा वार्ड-1 में हुआ है. सरकारी से स्कूल के रिटायर्ड टीचर जय प्रकाश सोनी अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनके परिवार में सब कुछ सामान्य है और नाहीं कई बात-विवाद होती है लेकिन अचानक ना जाने जय प्रकाश सोनी को क्या हुआ है कि वो इस तरह के कार्यक्रम करने लिए तैयार हो गए.
मेरी आत्मा मर गई है
तेरहवीं कार्यक्रम को लेकर भी परिवार ने आपत्ति जताई कि ये क्या है और लोग इसके बारे में क्या कहेंगे. हालांकि, इन बातों से सोनी को कोई फर्क नहीं पड़ा. उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा मर चुकी है. इसलिए मैं चाहता हूं कि जब आत्मा ही मर गई है तो तेरहवीं करने में क्या दिक्कत है.आखिरकार परिवार सोनी की बात मान गया और तेरहवीं समारोह का आयोजन कियाय इसके लिए सोनी ने आमतंत्रण पत्र भी छपवाया और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भेजा. इसके बाद परिवार और रिश्तेदारों के साथ तेरहवीं का शोक मनाया.
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इसलिए करवाई तेरहवीं
इस कार्यक्रम की खबर इतनी तेजी से फैली कि यह पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया. लेकिन सोनी ने इन सब बातों को नजरअंदाज करते हुए पूजा-पाठ की. उन्होंने विधिवत सुंदरकांड करवाया. तेरहवीं का पकवान भी बनवाया. उन्होंने इस तेरहवीं में आए सभी मेहमानों का हालचाल पूछा है. सोनी ने आए रिश्तेदारों को अपने हाथों से व्यंजन परोसे. इस पूरी आपबीती के बारे में उन्होंने आखिरकार कहा कि अब मैं शांति में हूं. अब मैं शांति से रह सकता हूं.' अब कोई मोह नहीं है.
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Source : News Nation Bureau