भोपाल के देवास जिले के बोरपड़ाव गांव में 30 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ मारपीट के मामले में 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. पुलिस ने इस मामले में लोगों को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है. रविवार को हुई इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गयी है. पुलिस के अनुसार महिला एक सप्ताह से घर से लापता थी. महिला के लापता होने पर परिवार ने उदयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. महिला के ससुराल वालों को किसी ने इस बात की सूचना दी कि महिला गांव में ही किसी के साथ रह रही है. इस सूचना पर महिला के पति सहित गांव के अनेक लोग उस व्यक्ति के यहां पहुंचे. इन लोगों ने वहां से महिला को बरामद कर लिया. महिला उस व्यक्ति के घर में एक पेटी में छुपी हुई थी. महिला के ससुराल वालों ने बाहर निकालकर उसके साथ मारपीट की.
इसके बाद गांव के लोगों ने महिला के कंधे पर उसके पति को बैठाकर गांव में उसका जुलूस निकाला. महिला के भाई की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा के अनुसार पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया है. इसके अलावा अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है. महिला के पति सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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इस मामले से एक दिन पहले गुना में जमीन विवाद में एक आदिवासी महिला को जला दिया गया था. इस महिला की हालत भी गंभीर बनी हुई है. राहुल गांधी ने भी इस मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और लिखा कि आदिवासी, महिला, दलित, युवा, किसान और जवान किसी की भी प्रधानमंत्री को चिंता नहीं है. कांग्रेस प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इन दोनों मामलों को लेकर सरकार का घेरा है. कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में आदिवासी महिलाओं पर बर्बरतापूर्ण जुल्म हो रहे हैं. कमलनाथ ने लिखा है कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार में आदिवासी भाई बहनों की प्रदेश में स्थिति पर शर्मसार हूं, क्या आपको शर्म नहीं आती?
HIGHLIGHTS
- बोरपड़ाव गांव में 30 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ मारपीट
- मामले में 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जांच शुरू