MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई, जहां एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका ने मोबाइल चेकिंग के नाम पर छात्राओं के कपड़े उतरवा दिए. इतना ही नहीं जब एक छात्रा ने बताया कि मेरा पीरियड्स चल रहा है तब भी शिक्षिका नहीं मानी औ उसका सलवार उतरवा दिया. यहां तक कि उसका अंडरगार्मेंट भी उतारने को कहा. इस घटना ने छात्रा को झकझोर कर रख दिया. जिसके बाद छात्रा ने अपनी मां को पूरी घटना बताई और उसकी मां ने अपने भाई को इस घटना की जानकारी दी.
हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब
जानकारी मिलते ही छात्रा के परिजन स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया. साथ ही स्कूल प्रशासन से शिक्षिका पर कार्रवाई करने की मांग की. इन सबके बीच अब यह मामला कोर्ट पहुंच चुका है. हाई कोर्ट ने अब इस मामले में संज्ञान लेते हुए सख्त रवैया अपनाया है और राज्य सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है.
यह भी पढ़ें- Jharkhand News: झारखंड में हर परिवार को मिलेगा 5 लाख रुपये, CM सोरेन ने कर दी बड़ी घोषणा
मोबाइल चेकिंग के मामले में उतरवाया कपड़ा
बता दें कि यह घटना 2 अगस्त की बताई जा रही है. दरअसल, इंदौर के एक सरकारी स्कूल में क्लास के दौरान मोबाइल की घंटी बज गई थी. जिसके बाद शिक्षिका ने मोबाइल चेकिंग के नाम पर जिन छात्राओं पर शक हुआ, उनके कपड़े उतरवा दिए.
17 अगस्त को होगी मामले की अगली सुनवाई
जैसे ही यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा, कोर्ट ने राज्य सरकार से तुरंत इस मामले में रिपोर्ट पेश करने को कहा है. साथ ही राज्य सरकार को रिपोर्ट पेश करने के लिए हफ्तेभर का समय दिया गया है. इस मामले में कोर्ट अगली सुनवाई 17 अगस्त को करेगी. इसके साथ ही याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि पुलिस को इसकी शिकायत दी गई थी, लेकिन उन्होंने भी पॉक्सो अधिनियम प्रावधानों का पालन नहीं किया. याचिका में मामले को पॉक्सो एक्ट के अधिनियम के तहत कार्रवाई करवाने की मांग की गई है.