मध्य प्रदेश के इंदौर में गरबा को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. मध्य प्रदेश की मिनी मुंबई इंदौर में नवरात्रि में हर गली-गली बड़ी ही धूम के साथ गरबा का आयोजन होता है और उसे लोग बड़ी ही धूम-धाम से खेलते भी है. हालांकि इस बार खंडवा रोड़ स्थित गणेश नगर में होने वाली मूर्ति स्थापना और गरबा आयोजन को अनुमति देने से मना कर दिया गया है. दरअसल, गरबा पांडाल में लव जिहाद फैलाने के आरोप लगे. दोनों ही मामलों में हिन्दू संगठन पुलिस कार्रवाई के लिए पहुंचे.
टेंट और बाकी का सामान हटवाया
दरअसल, हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आयोजक पर लव जिहाद फैलाने का आरोप लगाया था. वहीं लोगों ने क्षेत्र में लगे बैनर और पोस्टर को भी हटवा दिया है. वहीं, आयोजक फिरोज खान का कहना है कि 36 साल से यहां आयोजन हो रहा है. कभी ऐसी दिक्कत नहीं आई है. कुछ क्षेत्रीय नेताओं के कारण मुझे इस आयोजन से दूर किया जा रहा है. हिन्दू जागरण मंच के सुमित हार्डिया ने बताया कि खंडवा रोड़ स्थित गणेश नगर में आयोजक फिरोज खान हर साल गरबा का आयोजन करवाता था. क्षेत्र में इसी आयोजन को लेकर होर्डिंग पोस्टर भी लगाए गए थे. जानकारी मिलने पर हमने प्रशासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत की. कुछ देर बाद ही प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कार्यक्रम को निरस्त कर दिया. यहां पहुंचकर पुलिस ने टेंट और अन्य सामान हटवाया.
बुर्के वाली माता
इंदौर के खजराना इलाके में मूर्ति कलाकारों द्वारा माता की मूर्ति को बुर्के जैसी ड्रेस पहनाने की सूचना पर हिंदूवादियों ने हंगामा कर दिया. हंगामे के बाद हिंदूवादियों ने थाने पहुंचकर पुलिस से मूर्तिकार और मूर्ति स्थापित करने वाले पर कार्रवाई की मांग की है. टीआई मनोज सेंधव के मुताबिक हिंदूवादी नेता लक्की रघुवंशी ने अपने साथियों के साथ थाने पहुंच कर खजराना इलाके में रहने वाले बंगाली कारीगर द्वारा बुर्के वाली माताजी बनाने की शिकायत की है. शिकायत के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तफ्तीश की तो बुर्के जैसी बात नहीं मिली है. पुलिस ने मूर्तिकार को थाने में लाकर पूछताछ की है. जानकारी के मुताबिक मूर्ति बनाने वाला कारीगर हिंदू है. मूर्ति लक्की चौहान निवासी मालवीय नगर द्वारा बनवाई जा रही थी. पुलिस ने उससे भी बुलाकर पूछताछ की है. पुलिस ने हिंदूवादियों के आवेदन पर कार्रवाई की बात कही है.
फिरोज खान ने बताया
हार्डिया ने बताया कि अगर हिन्दू धर्म को लेकर आस्था है तो हिन्दू बन जाएं उसके बाद पूजा अर्चना करें. उनका कहना था कि आप प्रसाद और मूर्ति पूजा का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि लव जिहाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. हम चाहते हैं कि गरबा पंडाल में एक भी गैर हिन्दू व्यक्ति वहां मौजूद न रहे. शिखर गरबा मंडल के आयोजक फिरोज खान ने बताया कि यहां 36 सालों से आयोजन हो रहा है. कभी ऐसी दिक्कत नहीं आई. मेरे नाम को लेकर कुछ हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई थी. विवाद न हो इसलिए हमने गरबा का आयोजन निरस्त कर दिया है. खान ने बताया कि आयोजक के रुप में मैं पहले भी रहा हूं. लेकिन, कभी ऐसी दिक्कत नहीं आई.
8 साल की उम्र से आस्था
खान ने ये भी बताया कि मैं 8 साल का था तब से हिन्दू धर्म में आस्था रखता हूं. मेरे लिए दोनों धर्म बराबर है. वहीं, फिरोज खान ने स्थानीय नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे जानबुझकर आयोजन से दूर किया जा रहा है.