Indore digital Case: उत्तर प्रदेश के आगरा में डिजिटल अरेस्ट की घटना के बाद अब मध्य प्रदेश के इंदौर से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने लोगों से ठगी करने वाले एक बड़े गैंग का फर्दाफाश किया. पुलिस ने इस गिरोह द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 34 बैंक खातों को भी फ्रीज किया और 1400 सिम कार्ड बरामद किए हैं.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यहां एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इंदौर में साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट करके एक महिला से 12 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा है.
ठगी का है नया स्टाइल
जानकारी के लिए बता दें कि डिजिटल अरेस्ट साइबर धोखाधड़ी का एक नया स्टाइल है, जिसमें ठग और चालबाज बदमाश ऑडियो या वीडियो कॉल करते हैं और खुद को पुलिस, सीबीआई या अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारियों के रूप पेश करते हैं और उन्हें केस से बचाने के नाम पर पैसों की ठगी कर लेते हैं.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया का कहना है कि आरोपी ने पांच महीने पहले एक मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला से संपर्क साधा फिर उसे ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट के मामले में फंसाने की धमकी देने लगे.
खाते से उड़ाए 12 लाख रुपये
राजेश दंडोतिया ने आगे कहा कि गिरोह ने महिला से यह कहकर ठगी को अंजाम दिया कि उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया है और अगर वो इससे बचना चाहती है तो अलग-अलग बैंक खातों में उसे 12 लाख रुपये देने होंगे. फंसने के डर से महिला ने ठगों द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर पर पैसे ट्रांसफर कर दिए जिसके बाद उसे एहसास हुआ कि उसे ठगा गया है.
झालावाड़ से पकड़ा गया आरोपी
अधिकारी ने कहा, 'यह एक संगठित गिरोह है. पुलिस तफ्तीश के दौरान, गिरोह द्वारा इस्तेमाल किए गए लगभग 34 बैंक खाते और 1,400 सिम कार्ड मिले हैं. उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि इन सिम कार्डों का इस्तेमाल चार मोबाइल फोन में किया गया था.'
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि गिरोह के एक सदस्य को पहले राजस्थान के झालावाड़ से गिरफ्तार किया गया था और उसके पास से 2 लाख रुपये बरामद किए गए थे, अधिकारी ने कहा कि इसमें शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है.