आज के दौर में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति इतनी बढ़ गई है कि राजनेता एक-दूसरे को कुछ भी कहने से गुरेज नहीं करते. हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को आतंकवादी कह डाला. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कल कमलनाथ भी अधिकारियों को धमकाने का काम कर रहे हैं. कहते हैं कि मैं देख लूंगा. कमलनाथ भी आतंकवाद करने लगे हैं. इसी के जवाब में आज कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने प्रेस वार्ता की.
जीतू पटवारी ने कहा कि किसी चिकित्सालय में जाकर शिवराज सिंह को इलाज कराना चाहिए. जिस तरह से उनके बयान सामने आ रहे हैं उनको इलाज कराना जरूरी हो गया है. कमलनाथ को आतंकवादी कहते हो ध्रुव सक्सेना बलराम यादव आपकी पार्टी के हैं. सुनील जोशी की फाइल किसने बंद की. आतंकवाद से आपका रिश्ता क्या है बताओ? सिमी आतंकवादी आपके राज में जेल से भागे. मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए.
जितु ने मुख्यमंत्री को बताया डाकू
जितु पटवारी को मुख्यमंत्री शिवराज के द्वारा कमलनाथ को आतंकवादी कहने पर आपत्ति थी, मगर आज जितु ने सीएम को ही डाकू बता दिया था. जब हमने सवाल किया कि क्या ये अमर्यादित शब्द नहीं है तो इसके जवाब में जितु ने कहा कि सीएम ने लोकतंत्र पर डाका डाला है, इसलिए हम उन्हें डाकू कह रहे हैं. यानी जो जीतू पटवारी अमर्यादित शब्द को लेकर आपत्ति जता रहे थे उन्होंने खुद ही अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल कर डाला. हालांकि, उन्होंने इस शब्द को गलत भी नहीं बताया.
बीजेपी ने जीतू पर साधा निशाना
जितु पटवारी के डाकू वाले बयान पर भाजपा प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने भी पलटवार किया है. जितु पटवारी पहले अपनी भाषा पर नियंत्रण करना सीखें उसके बाद कुछ बोलें. आप मुख्यमंत्री को डाकू कहोगे. ये अधिकार किसने दिया आपको. पूरी कांग्रेस पार्टी का अपनी जुबान पर नियंत्रण नहीं है.